BAMS Course Details in Hindi [2022] | बीएएमएस क्या है, BAMS Full Form

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भारत में आयुर्वेदिक उपचार का एक अहम योगदान है। चिकित्सा के क्षेत्र में  आयुर्वेदिक डॉक्टर की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। भारत में आयुर्वेदिक निर्माता कंपनियों का बढ़ना और अन्य देशों की आयुर्वेदिक के प्रति रुचि के कारण  आयुर्वेदिक क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ते ही जा रहे हैं।

इस बढ़ती हुई मांग और रोजगार के अवसरों के कारण विद्यार्थी आयुर्वेद की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। विद्यार्थियों की रुचि आयुर्वेदिक क्षेत्र में भविष्य बनाने में बढ़ रही है।

आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए आयुर्वेद शिक्षा से संबंधित बीएएमएस कोर्स करना होता है। यह एक बैचलर डिग्री कोर्स होता है। जिसमें कुल 5.5 वर्ष का समय लगता है। इस समय में 1 वर्ष की इंटर्नशिप ट्रेनिंग भी होती है। इस कोर्स के पाठ्यक्रम में  मुख्य रूप से शरीररचना विज्ञान, शरीरक्रिया विज्ञान, चिकित्सा के सिद्धान्त  और अन्य चिकित्सा संबंधी विषयों के साथ साथ आयुर्वेद की शिक्षा प्रदान की जाती है। भारत में यह कोर्स सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन के अंतर्गत आता है। इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन होता है।

BAMS Course details in Hindi
BAMS course details in Hindi

इस आर्टिकल BAMS Course Details in Hindi के माध्यम से विद्यार्थियों को इस कोर्स को करने की हर प्रकार की जानकारी देने वाले हैं।

इस आर्टिकल में दी गई जानकारियों में मुख्य रूप से  इन बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी है ।

  • बीएएमएस क्या है
  • BAMS Full Form क्या है
  • बीएएमएस की फीस कितनी है
  • BAMS Course Duration कितना है
  • बीएएमएस डॉक्टर कैसे बनते हैं
  • BAMS Syllbus क्या होता है
  • कोर्स के लिए Top BAMS Colleges कौन से हैं

इन बिंदुओं के अलावा और भी बहुत सारे टॉपिक इस आर्टिकल में कवर किए गए हैं। जैसे इस कोर्स के बाद और कौन-कौन से कोर्स किए जा सकते हैं। तथा इस कोर्स के पश्चात किस प्रकार की जॉब्स प्राप्त होती हैं। इन सभी जानकारियों को प्राप्त करने के लिए नीचे दिया गया पूरा आर्टिकल जरूर पढ़ें।

BAMS Course Details in Hindi मैं आगे बढ़ते हुए सबसे पहले इस कोर्स के बारे में जानते हैं। कि आखिर बीएएमएस क्या है तथा उसके बाद बीएएमएस फुल फॉर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

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What is BAMS Course Details in Hindi | बीएएमएस क्या है

बीएएमएस कोर्स एक अंडर ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है। जिसमें आयुर्वेद चिकित्सा संबंधित शिक्षा प्रदान की जाती है। इस कोर्स की अवधि 5.5 वर्ष होती है। इस अवधि में अंत में 1 वर्ष की इंटर्नशिप ट्रेनिंग शामिल है। इस कोर्स को 12वीं कक्षा की पढ़ाई के पश्चात किया जा सकता है।

बीएएमएस कोर्स आयुर्वेदिक चिकित्सा का सर्वश्रेष्ठ कोर्स है। जिसके माध्यम से विद्यार्थी आयुर्वेदिक डॉक्टर बनता है। विद्यार्थी इस कोर्स को पूरा करने तथा 1 वर्ष की इंटर्नशिप ट्रेनिंग का अनुभव हासिल करने के पश्चात आयुर्वेदिक डॉक्टर के रूप में कार्य करने के लिए सक्षम होता है।

जैसा कि आप जानते ही होंगे भारत में आयुर्वेदिक उपचार को महत्व दिया जाता है। विदेशों से आने वाले पर्यटकों के लिए अधिक मात्रा में पंचकर्म केंद्र बनाए जा रहे हैं। साथ ही हर एक सिविल हॉस्पिटल में कम से कम एक आयुर्वेदिक डॉक्टर का होना अनिवार्य हो गया है। इसलिए जो भी विद्यार्थी इस BAMS Degree में रुचि रखते हैं। उनके लिए कैरियर विकल्प के रूप में बी ए एम एस कोर्स एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है।

बीएएमएस क्या होता है की BAMS Course Details प्राप्त करने के पश्चात बीएमएस फुल फॉर्म भी जानना जरूरी है। इस आर्टिकल के अगले भाग में BAMS Full Form के बारे में विस्तार से बताया गया है।

BAMS Full Form in Hindi | बीएएमएस की फुल फॉर्म क्या है

बीएएमएस फुल फॉर्म अंग्रेजी में Bachelor of Ayurvedic medicine and Surgery होती है। जिस का हिंदी में उच्चारण बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी होता है। हिंदी में बीएएमएस की फुल फॉर्म आयुर्वेदिक चिकित्सा और सर्जरी में स्नातक होती है।

BAMS Full Form in Medical को देखने से ही प्रतीत होता है। कि यह एक आयुर्वेदिक चिकित्सा से संबंधित है। जिसमें आयुर्वेद मेडिसिन और सर्जरी से संबंधित शिक्षा प्रदान की जाती है।

BAMS Full Form Details प्राप्त करने के पश्चात हमारा अगला स्टेप इस BAMS Degree की योग्यता के बारे में होगा। बीएएमएस कोर्स कौन कर सकता है इसकी जानकारी आगे दी गई है।

BAMS Course Eligibility Details | बीएएमएस कौन कर सकता है

इस कोर्स में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए बीएमएस कौन कर सकता है एक अहम सवाल बन जाता है। जैसा कि आप सभी जानते हैं ग्रेजुएशन कोर्स होने के नाते इसे बारहवीं कक्षा के बाद ही किया जाता है।

इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए बहुत सारे नियम और शर्तें होती हैं। उन सभी नियम और शर्तों की जानकारी नीचे दी गई है।

  • विद्यार्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं कक्षा का पास होना आवश्यक होता है।
  • 11वीं तथा 12वीं कक्षा में विज्ञान के विषयों का होना आवश्यक है।
  • विज्ञान के विषयों में जीव विज्ञान भौतिक विज्ञान तथा रासायनिक विज्ञान के विषय आवश्यक है।
  • विद्यार्थी की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी आवश्यक है।
  • विद्यार्थी के बारे में कक्षा में अंक 50% से कम नहीं होने चाहिए। कुछ कॉलेज में यह सीमा 45% होती है।
  • राष्ट्रीय स्तर या राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा को पास करना अनिवार्य है।

जो भी विद्यार्थी ऊपर दिए गए सभी नियम और शर्तें पूरी करता है। उसे बीएएमएस के कोर्स में प्रवेश मिल जाता है। प्रवेश परीक्षा की बात की जाए, तो इस कोर्स में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से ही एडमिशन होता है।

भारत में राष्ट्रीय स्तर तथा राज्य स्तर पर बीएएमएस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाओं का हर वर्ष आयोजन किया जाता है। भारत में इस कोर्स के लिए होने वाली प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं के नाम नीचे दिए गए हैं।

BAMS Entrance Exam

  • नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET)
  • आयुष एंट्रेंस एग्जाम ( Ayush Entrance Exam)
  • नेशनल इंस्टीटय़ूट ऑफ आयुर्वेद एंट्रेंस एग्जाम ( National Institute of Ayurveda Entrance Exam )
  • उत्तराखंड पीजी मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम ( Uttarakhand PG Medical Entrance Exam)
  • कॉमन एंट्रेंस टैस्ट (CET), कर्नाटक
  • केरल स्टेट एंट्रेंस एग्जाम ( Kerala State Entrance Exam)
BAMS course details in Hindi
BAMS entrance exam

इन सभी प्रवेश परीक्षाओं में 12वीं कक्षा तक का पाठ्यक्रम पर आधारित परीक्षा होती है। इनके अलावा और भी प्रवेश परीक्षा है, जो विभिन्न कॉलेजों द्वारा ली जाती है। इन परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर काउंसलिंग में बुलाया जाता है। और काउंसिलिंग के माध्यम से विद्यार्थी को कॉलेज में सीट आवंटित की जाती हैं।

इस कोर्स के लिए कौन-कौन एलिजिबल होता है। यह जानकारी आपने अभी ऊपर प्राप्त की। अब आगे BAMS Course Duration  के बारे में जानते हैं। कि आखिर बीएएमएस कोर्स में कितना समय लगता है। कितने समय में इस कोर्स को किया जा सकता है।

BAMS Course Duration Details | बीएएमएस में कितना समय लगता है

बीएएमएस कोर्स को करने के लिए कुल 5.5 वर्ष का समय लगता है। इन 5.5 वर्षों में अंत में 1 वर्ष की इंटर्नशिप ट्रेनिंग होती है। इसमें व्यवहारिक रुप से अनुभव और शिक्षा प्रदान की जाती है।

इस कोर्स में लगने वाले समय की बात करें। तो बारहवीं कक्षा के पश्चात इसके लिए प्रवेश परीक्षा देनी होती है। जिसकी तैयारी में भी समय लगता है। जैसा कि आप जानते हैं प्रवेश परीक्षाएं हर साल होती हैं। इसलिए इसकी तैयारी में 6 महीने से लेकर 1 वर्ष का समय लगता है। यह समय ऊपर दिए गए 5.5 वर्षों में शामिल नहीं किया गया है।

प्रवेश परीक्षा में लगने वाली समय को बचाने के लिए ज्यादातर विद्यार्थी अपनी 11वीं तथा 12वीं कक्षा की पढ़ाई के साथ साथ ही इन प्रवेश परीक्षाओं के पाठ्यक्रम का अध्ययन शुरू कर देते हैं। जिससे उनकी तैयारी भी अच्छी हो जाती है और कीमती समय भी बच जाता है।

Bachelor of Ayurvedic medicine and Surgery Course Details Information पर आधारित हमारा यह आर्टिकल में अब तक आपने BAMS full form, BAMS में लगने वाला समय, इसकी योग्यता के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है।अब आगे बढ़ते हैं और इस कोर्स की फीस, BAMS Syllabus तथा इसके बाद कैरियर ऑप्शन के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

बीएमएस कोर्स की जानकारी को आगे बढ़ाते हुए अगले भाग में BAMS Course fees के बारे में जानते हैं। कि आखिर बीएएमएस की फीस कितनी हैविद्यार्थी के लिए बजट को देखते हुए बीएएमएस की फीस के बारे में जानना अति आवश्यक होता है।

BAMS Course Fees | बीएएमएस की फीस कितनी है

BAMS Course Fees औसतन लगभग ₹5000 प्रति वर्ष से लेकर ₹100000 प्रति वर्ष तक होती है। सरकारी कॉलेजों में फीस काफी कम होती है। जबकि निजी संस्थानों में बीएमएस कोर्स फीस काफी अधिक होती है।

BAMS Fees in Private College: जैसा कि पहले ही बता चुके हैं। प्राइवेट संस्थानों में BAMS Course Fees सरकारी संस्थानों के मुकाबले अधिक होती है। अगर औसत की बात करें तो ₹50,000 प्रति वर्ष से लेकर ₹5,00,000 प्रति वर्ष तक चली जाती है। सभी कॉलेजों की फीस अलग-अलग होती है। इसलिए फीस के रूप में कोई एक संख्या दे पाना मुमकिन नहीं है। फिर भी उदाहरण के लिए निजी संस्थानों के कुछ कॉलेजों की Fees का विवरण नीचे दे रहे हैं।


BAMS Fees in Private College

private college namebAMS fees
Patanjali Ayurved College,
Haridwar
₹ 967,500
Sumatibhai Shah Ayurved Mahavidyalaya Malwadi, Pune₹ 787,500
Dr DY Patil University, Navi Mumbai₹ 2,700,000
Vidarbha Ayurved
Mahavidyalaya, Amravati
₹ 285,075
Dr GD Pol Foundation YMT
Ayurvedic Medical College And Hospital PG Institute,
Navi Mumbai
₹ 1,247,000
Bharati Vidyapeeth Deemed University College Of Ayurved,
Pune
₹ 1,571,625
Yashwant Ayurvedic College, Kolhapur₹ 11,11,500
Pt Dr Shiv Shakti Lal Sharma Ayurvedic Medical College,
Ratlam
₹ 8,64,500
S C Mutha Aryangla Vaidyak Mahavidyalaya, Satara1,88,250
Abhilashi University, Mandi₹ 1,650,000
Jayoti Vidyapeeth Women’s University, Jaipur₹ 2,125,000
Jupiter Ayurved Medical
College, Nagpur
₹ 495,000
Shree Swaminarayan Ayurvedic College, Kalol₹ 1,170,000
bAMS fees in private college

ऊपर दिए गए उदाहरण प्राइवेट कॉलेज के थे। इनके अलावा भी और बहुत से कॉलेज है। जहां पर Bachelor of Ayurvedic medicine and Surgery Degree की फीस ऊपर दिए गए उदाहरण के आसपास ही होती है।

अब सवाल आता है कि सरकारी कॉलेज में बीएएमएस की फीस कितनी होती है। अगर सरकारी कॉलेज की बात की जाए तो इन कॉलेजों में BAMS Course Fees निजी संस्थानों से कम होती है। कई सरकारी कॉलेजों में कोर्स की फीस 50000 से भी कम होती है। उदाहरण के तौर पर कुछ सरकारी कॉलेजों की फीस का विवरण नीचे दिया गया है।

BAMS Fees in Government College

college nameBAMS fees
Government Ashtang Ayurved College, Indore₹ 2,60,760
Dr NTR University Of Health Sciences, Vijayawada₹ 38,250
National Institute Of Ayurved, Jaipur₹ 88,350
Government Akhandanand Ayurved College, Ahmedabad₹ 18,000
Ch Brahm Prakash Ayurved Charak Sansthan, New Delhi₹ 293,000
Government Ayurved College, Vadodara₹ 18,000
BAMS Course fees in government college




ऊपर दिए गए निजी संस्थान और प्राइवेट संस्थान के फीस के आंकड़े उदाहरण मात्र है। इसे फाइनल आंकड़ा ना समझा जाए। क्योंकि कॉलेज के पाठ्यक्रम और फीस में परिवर्तन होते ही रहते हैं। इसलिए हमारे दिए गए आंकड़े और कॉलेज की वर्तमान फीस में अंतर हो सकता है। विद्यार्थी से अनुरोध है कि वह संबंधित कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर फीस संबंधी और अधिक विवरण प्राप्त करें।

BAMS Fees की उचित जानकारी प्राप्त करने के पश्चात BAMS Course details in Hindi में आगे BAMS syllabus के बारे में जानेंगे । यानी बीएएमएस में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं। बीएएमएस के विषयों की जानकारी आगे दी गई है।

BAMS Syllabus in Hindi | बीएएमएस का सिलेबस क्या होता है

जो भी विद्यार्थी आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने में रुचि रखता है। और इस कोर्स को करना चाहता है। उसके लिए बीएएमएस का सिलेबस जानना आवश्यक है। कि आखिर आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए क्या पढ़ाई करनी पड़ती है।

BAMS Syllabus में मुख्य रूप से आयुर्वेद के साथ-साथ  शरीरक्रिया विज्ञान, विषविज्ञान (toxicology), चिकित्सा के सिद्धान्त, शरीररचना विज्ञान, रोगों से बचाव तथा सामाजिक चिकित्सा, आँख की चिकित्सा, फर्माकोलोजी, फोरेंसिक चिकित्सा, कान-नाक-गले की चिकित्सा, शल्यक्रिया मॉडर्न मेडिसिन (अर्वाचीन वैद्यक) पुर्ण ज्ञान व के सिद्धान्त  इत्यादि विषयों पर शिक्षा प्रदान की जाती है।

विद्यार्थियों की जानकारी के लिए इस आर्टिकल में बीएएमएस के सब्जेक्ट के बारे में विस्तार से बताया गया है। नीचे हर वर्ष के BAMS Syllabus की जानकारी की अलग-अलग दे रहे हैं।

1st Year BAMS Syllabus

  • पदार्थ विज्ञानं और आयुर्वेद का इतिहास ( Materials Science and History of Ayurveda   
  • शरीर क्रिया ( Body Function)
  • शरीर रचना ( Body Structure)
  • संस्कृत ( Sanskrit language)
  • मौलिक सिद्धांत और अष्टांग हृदय ( Fundamental Principles and Ashtanga Hridaya)

2nd Year BAMS Syllabus

  • द्रव्यगुण विजनन ( Material Vision  Charaka 
  • रसशास्त्र और भैषज्य कल्पना ( Chemistry and Medicine)
  • चरक सहिंता { पूर्वार्ध खंड 1} ( Charaka Samhita {First Volume 1})
  • अगद तंत्र, व्यवहार आयुर्वेद और विधि वैद्यक ( Agad Tantra, Behavior Ayurveda and Vidhi Medicine)

3rd Year BAMS Syllabus

  • रोग निदान और विकृति विज्ञान (Disease Diagnosis and Pathology )
  • चरक सहिंता {पूर्वार्ध खंड 2} ( Charaka Samhita {First Volume 2})
  • स्वस्थ वृत एंव योग ( Healthy Circle and Yoga)
  • बाल रोग प्रसूति तंत्र और स्त्री रोग ( Child Disease Obstetrics & Gynecology)

4th Year BAMS Syllabus

  • शल्य तंत्र ( Surgical System)
  • शालाक्य तंत्र ( Shalakya Tantra)
  • पंचकर्म ( Panchakarma)
  • कायाचिकित्सा {मानस रोग, रसायन और वाजीकरण सहिंत} ( Kayachikitsa {including mental disease, rasayana and vajikaran})
  • रिसर्च मेथोडॉलोजी और मेडिकल स्टेटिस्टिक्स ( Research Methodology and Medical Statistics)

5th Year BAMS Syllabus


इस वर्ष में विद्यार्थी की इंटर्नशिप की शुरुआत होती है। इंटर्नशिप 4.5 वर्ष की पढ़ाई और परीक्षा में सफल होने के बाद में शुरू हो ती है। बीएएमएस सिलेबस की बात करें। तो इस वर्ष में निम्न विषयों पर शिक्षा प्रदान की जाती है।

  • काया-चिकित्सा ( Physiotherapy)
  • शल्य तंत्र ( Surgical System)
  • शालाक्य तंत्र ( Shalakya Tantra)
  • बाल चिकित्सा ( Pediatrics)
  • प्रसूति तंत्र ( Obstetric System)
  • पंचकर्म ( Panchakarma)

ऊपर दी गई जानकारी बीएएमएस सिलेबस से संबंधित थी। बीएमएस कोर्स डिटेल्स इन हिंदी में अब आगे करियर ऑप्शंस के बारे में बात करते हैं। सीएमएस के बाद कैसी नौकरी मिलती है। यहां बीएमएस के बाद क्या किया जाए इत्यादि पर विस्तार से जानकारी नीचे दी गई है।

Career Options after BAMS | बीएएमएस के बाद क्या करें


हर विद्यार्थी किसी भी कोर्स को  उस कोर्स से मिलने वाले परिणाम को ध्यान में रखकर ही करता है। यानी विद्यार्थी को अच्छी तरह पता होने चाहिए कि इस कोर्स को करने के पश्चात उसका भविष्य क्या होगा। उसे किस प्रकार की जॉब प्राप्त होगी। या वह इस कोर्स के माध्यम से किस प्रकार के रोजगार कर सकता है।
हर कोर्स की तरह BAMS Degree के बाद भी मुख्य रूप से 2 तरह के रास्ते होते हैं। पहला, विद्यार्थी आगे हायर एजुकेशन के लिए पढ़ाई करें। और दूसरा, विद्यार्थी जॉब की तलकरें। ें हम इन दोनों बिंदुओं पर बारी बारी से चर्चा कर रहे हैं।
सबसे पहले इस कोर्स के पश्चात किए जाने वाले अन्य कोर्सों के बारे में बात करते हैं। हायर एजुकेशन के लिए Courses after BAMS के बारे में जानकारी नीचे दी गई है।

Courses after BAMS | बीएएमएस के बाद कौन सा कोर्स करें


जो विद्यार्थी इस कोर्स को करने के पश्चात आगे हायर एजुकेशन के लिए और कोर्स करना चाहता है। तो उसके लिए भारत में विभिन्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं। जैसे कि विद्यार्थी मास्टर डिग्री या आयुर्वेदिक चिकित्सा में डिप्लोमा इत्यादि कर सकता है ।
वैसे तो ऐसे बहुत से Courses after BAMS है जिसने बीएएमएस के बाद किया जा सकता है। लेकिन यहां पर कुछ कोर्स के नाम उदाहरण के तौर पर दिए गए हैं।

1.MD/MS(AYURVEDA)


जो विद्यार्थी इस डिग्री के पश्चात मास्टर डिग्री करने के इच्छुक होते हैं। मास्टर डिग्री के रूप में आयुर्वेद के साथ एमडी या एमएस की डिग्री कर सकते हैं। और विशेषज्ञ आयुर्वेद डॉक्टर बन सकते हैं।

2.MBA (Hospital Healthcare Management)


बीएएमएस की डिग्री करने के पश्चात जो विद्यार्थी मैनेजमेंट के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। उन विद्यार्थियों के लिए अस्पताल स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन में एमबीए की डिग्री (mba after bams) एक बेहतरीन विकल्प है। एमबीए भी एक मास्टर डिग्री होती है जो प्रबंधन की शिक्षा के लिए प्रचलित है।

3.MPH


जो विद्यार्थी BAMS Degree के पश्चात सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। उनके लिए मास्टर इन पब्लिक हेल्थ एक बेहतरीन विकल्प होता है। यह 2 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री होती है। जिसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य से संबंधित शिक्षा प्रदान की जाती है । इस डिग्री के माध्यम से सरकारी जॉब्स के अवसर अधिक मिलते हैं।

4.M. Sc Health Sciences


बीएमएस कोर्स करने के पश्चात मास्टर डिग्री के रूप में मास्टर ऑफ साइंस इन हेल्थ साइंस एक बेहतरीन विकल्प होता है। यह 2 वर्ष का कोर्स होता है। इसे भी पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री कहा जाता है।

5.M. Sc Nutrition


जो विद्यार्थी आयुर्वेदिक डॉक्टर के साथ साथ न्यूट्रीशन बनना चाहते हैं। उनके लिए मास्टर डिग्री के रूप में एमएससी इन न्यूट्रीशन एक बेहतरीन विकल्प है। यह भी एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री होती है।

इन डिग्रियों के अलावा बीएएमएस डिग्री करने के पश्चात पीजी डिप्लोमा भी होते हैं। जिनकी जानकारी नीचे दी गई है।

Diploma Courses in Ayurveda after BAMS | बीएएमएस के बाद डिप्लोमा कोर्स


जो विद्यार्थी इस डिग्री को करने के पश्चात पीजी डिप्लोमा करना चाहते हैं। उनके लिए  भारत में बहुत सारे पीजी डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध है। भारत में सेंटर काउंसिल आफ इंडियन मेडिसिन  (CCIM) द्वारा निर्देशित पीजी डिप्लोमा की  विशेषज्ञताओं की सूची नीचे दी गई है।

List of Diploma Courses in Ayurveda after BAMS

  • पंचकर्म (Panchakarma)
  • मानसिक स्वास्थ्य (Manasik Swasthya)
  • क्षर कर्म (Kshar Karma)
  • नेत्ररोग विज्ञान (Netraroga Vigyan)
  • आयुर्वेदिक भेषज (Ayurvedic Pharmaceutics )
  • आयुर्वेदिक संग्रह (Ayurvedic Sangyahara)
  • ट्वक रोग  ( Twak Roga )
  • बालरोग ( Balroga)
  • आयुर्वेदिक डायटेटिक्स ( Ayurvedic Dietetics)
  • मर्म एवं अस्थि चिकित्सा {हड्डी रोग} ( Marma Avum Asthi Chikitsa {Orthopeadics} )
  • स्वास्थवृत्ति और योग ( Swasthavritta and Yoga )                
  • छाया एवं विकिरण विज्ञान ( Chhaya Avum Vikiran Vigyan)
  • प्रसूति एवम स्त्री रोग (Prasuti Evum Striroga )
  • रोग निदान विधि {नैदानिक ​​तकनीक} (Rog Nidan Vidhi {Diagnostic techniques})
  • रसायन और वाजीकरण (Rasayan and Vajikaran )   
  • आयुर्वेदिक भेषज विज्ञान और मानकीकरण {द्रव्यगुण विज्ञान} (Ayurvedic Pharmacognosy & Standardization {Dravyaguna Vigyan})

ऊपर दी गई जानकारी बीएएमएस की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात किए जाने वाले अन्य कोर्स और डिप्लोमास के बारे में थी। लेकिन जो विद्यार्थी इस डिग्री को करने के पश्चात आगे स्टडी नहीं करना चाहते हैं। और आयुर्वेदिक डॉक्टर के रूप में कार्य करना चाहते हैं। उनके लिए बीएएमएस डॉक्टर को प्राप्त होने वाली जॉब्स के बारे में जानकारी नीचे दी गई है।

Jobs after BAMS | बीएएमएस के बाद जॉब्स कैसी मिलती है

विद्यार्थी इस डिग्री को करने के पश्चात आयुर्वेदिक डॉक्टर के रूप में जॉब्स प्राप्त कर सकते हैं। बीएमएस डॉक्टर की वैल्यू दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जिसका मुख्य कारण लोगों का आयुर्वेदिक उपचार में रुचि लेना है।

बीएएमएस के बाद आयुर्वेदिक डॉक्टर के अलावा और भी बहुत सारे विकल्प जॉब के रूप में होते हैं। मुख्य रूप से ऐसे कौन से विभाग होते हैं। जहां पर बीएएमएस डॉक्टर को रोजगार प्राप्त हो सकता है। उनमें से कुछ मुख्य विभागों के नाम नीचे दिए गए हैं।

  • अस्पताल (Hospital)
  • नर्सिंग होम (Nursing Homes)
  • क्लिनिकल ट्रायल्स (Clinical trials)
  • कॉलेजेस (Colleges)
  • रिसर्च इंस्टीट्यूट (Research Institute)
  • सरकारी अस्पताल (Government Hospital)
  • निजी अस्पताल (Private Hospital)
  • पंचकर्म आश्रम (Panchakarma Ashram)
  • हेल्थकेयर आईटी (Healthcare IT)
  • फार्मेसी सेक्टर (PHARMACY sector)
  • इंसोरेंस सेक्टर (Insurance ector)
  • आयुर्वदिक रिसोर्ट (Ayurvedic Resort)
  • स्पा रिसोर्ट (Spa Resort)
  • एजुकेशन (education)
  • लाइफ साइंस सेक्टर (life science sector)

यह प्रमुख विभाग थे, जहां पर बीएमएस डॉक्टर को रोजगार के अवसर प्रदान होते हैं। अब बात कर लेते हैं कि बीएमएस डॉक्टर को किस प्रकार भूमिका मिलती है।

बीएएमएस पास आउट आयुर्वेदिक डॉक्टर के लिए जॉब के रूप में विभिन्न प्रकार की भूमिका वाली जॉब मिलती हैं। उनमें से कुछ मुख्य प्रकार के नाम नीचे सूची में दिए गए हैं।

Jobs after BAMS

  • लेक्चरर (Lecturer)
  • थेरेपिस्ट (Therapist)
  • आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट (Ayurvedic Pharmacist)
  • साइंटिस्ट (Scientist)
  • प्रोडक्ट मैनेजर सेल्स एग्जीक्यूटिव (Product Manager Sales Executive)
  • मेडिकल सेल्स रिप्रेजेंटेटिव (Medical Sales Representative )
  • जूनियर क्लीनिकल ट्रायल कॉर्डिनेटर (Junior Clinical Trial Coordinator)
  • एरिया सेल्स मैनेजर (Area Sales Manager)

इस आर्टिकल में जॉब से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के पश्चात विद्यार्थी को जॉब से प्राप्त होने वाली आमदनी यह बारे में जानने की उत्सुकता होगी। कि आखिर बीएएमएस डॉक्टर सैलरी कितनी कमाता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है। अगले भाग में एम एस की वेतन के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है।

BAMS Salary | बीएमएस की सैलेरी कितनी होती है

Bachelor of Ayurvedic medicine and Surgery कोर्स में रुचि रखने वाले हर शख्स के लिए इस कोर्स से प्राप्त होने वाले वेतन के बारे में जानना अति आवश्यक है। कि बीएएमएस सैलरी के आंकड़े क्या होते है। आयुर्वेदिक डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है। कैरियर को लेकर क्या पोटेंशियल है यह एक अहम सवाल बन जाते हैं।

जैसा कि ऊपर बता चुके हैं की बीएएमएस डॉक्टर को विभिन्न प्रकार के विभागों में विभिन्न प्रकार की भूमिका में कार्य करने के अवसर प्रदान होते हैं। इसलिए बीएएमएस सैलेरी भी हर भूमिका में अलग-अलग होती है। जिसका कोई एक आंकड़ा दे पाना संभव नहीं है।

बीएमएस की सैलरी की औसत के अनुसार शुरुआत में लगभग ₹30000 प्रति माह से लेकर ₹ 75000 प्रति माह तक होती है। जैसे-जैसे आयुर्वेदिक डॉक्टर अनुभवी होता जाता है। उसकी यह सैलरी आगे चलकर पदोन्नत के साथ बढ़ भी सकती है।

कई संस्थानों में यह सैलरी ₹400000 प्रति वर्ष से लेकर 1500000 रुपए प्रति वर्ष तक भी होती है। कुल मिलाकर आयुर्वेदिक डॉक्टर का वेतन उसके कौशल उसकी जॉब भूमिका पर निर्भर करता है।

इस आर्टिकल में ऊपर आपने जाना कि किस प्रकार की जॉब मिलती है और आयुर्वेदिक डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है । लेकिन यह सब प्राप्त करने के लिए एक अच्छा कॉलेज होना आवश्यक है। हमारे इस आर्टिकल के अंतिम भाग में आगे Top BAMS Colleges in India के बारे में चर्चा की गई है।

Top BAMS Colleges in India | टॉप बीएएमएस कॉलेज

एक अच्छी सैलरी प्राप्त करने के लिए बीएएमएस की डिग्री का एक अच्छे कॉलेज से करना जरूरी होता है। अच्छा आयुर्वेदिक डॉक्टर तभी बना जा सकता है, जब इस कोर्स को किसी प्रतिष्ठित कॉलेज से किया जाए।

वैसे तो भारत में आयुर्वेदिक उपचार में बढ़ती रूचि के कारण आयुर्वेदिक शिक्षा प्रदान करने वाले कॉलेजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। और उनमें से बहुत सारे ऐसे कॉलेज भी हैं, जो BAMS degree के लिए प्रतिष्ठित कॉलेज माने जाते हैं।

भारत के प्रतिष्ठित Top BAMS Colleges में से कुछ मुख्य कॉलेज की सूची नीचे दी गई है।

Top BAMS Colleges in India List

  • Institute of Medical Sciences Banaras Hindu University
  • Shree Guru Gobind Singh Tricentenary University, Gurgaon
  • Patanjali Ayurved College, Haridwar
  • State Ayurvedic college and Hospital, Lucknow
  • K G Mittal Ayurvedic College, Mumbai
  • Government Ayurved College and Hospital, Nagpur
  • JSS Ayurveda Medical College, Mysuru
  • Ashtang Ayurved Mahavidyalaya, Pune
  • Podar Ayurved Medical College, Mumbai
  • Sumatibhai Shah Ayurved Mahavidyalaya Malwadi, Pune
  • Government Ayurved College, Nanded
  • Himalayiya Ayurvedic Medical College and Hospital, Dehradun
  • Government Ayurvedic College Hospital, Patna
  • Dr DY Patil University, Navi Mumbai
  • Bharati Vidyapeeth Deemed University College of Ayurved, Pune
  • Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University, Kanpur
  • Vidarbha Ayurved Mahavidyalaya, Amravati
  • CSMSS Ayurved Mahavidayalya and Ruganalay, Aurangabad
  • Madan Mohan Malviya Government Ayurved College, Udaipur
  • Sri Kalabyraveshwara Swamy Ayurvedic Medical College, Bangalore
  • Uttaranchal Ayurvedic College, Dehradun
  • Shri Ayurved Mahavidyalaya, Nagpur
  • Major SD Singh PG Ayurvedic Medical College, Farrukhabad
  • Dr DY Patil College of Ayurved and Research Centre, Pune
  • Shri Dhanwantri Ayurvedic Medical College, Mathura

ऊपर दी गई सूची में Top BAMS Colleges in India  के नाम थे। जहां से आयुर्वेदिक डॉक्टर बना जा सकता है।

विद्यार्थियों की जानकारी के लिए बता दें। कि भारत में बीएएमएस की डिग्री की शिक्षा प्रदान कराने वाले कुल 273 कॉलेज हैं । जिसमें से 223 कॉलेज प्राइवेट है और बाकी बचे सरकारी कॉलेज हैं।

हमारे इस आर्टिकल BAMS Course Details in Hindi  उसमें आप लोगों ने बीएमएस क्या है, आयुर्वेदिक डॉक्टर कैसे बनते हैं, BAMS Full Form, BAMS Syllabus, आयुर्वेदिक डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है, BAMS Course Duration, बीएएमएस कोर्स फीस, इस कोर्स के बाद कैसी जॉब मिलती है, इस कोर्स के पश्चात कौन सा कोर्स कर सकते हैं इत्यादि विषयों पर विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त की।

हमारा यह आर्टिकल जो Bachelor of Ayurvedic medicine and Surgery कोर्स पर आधारित था। जिसमें आयुर्वेदिक डॉक्टर या BAMS Doctor बनने के लिए सभी स्टेप को बताया गया। जो भी विद्यार्थी या पाठक हमारे आर्टिकल पर जिस भी मकसद से आए थे। उम्मीद करते हैं कि उन्हें उनके प्रश्न का संतोषजनक उत्तर प्राप्त हुआ होगा।

लेकिन फिर भी अगर किसी कारणवश हम इस आर्टिकल के माध्यम से विद्यार्थी या पाठक के किसी प्रश्न का उत्तर देने में असमर्थ रहे हैं। तो एक बार और हमें मौका देते हुए नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपना प्रश्न हम तक जरूर पहुंचाएं। हम जल्द से जल्द इस प्रश्न का उत्तर पाठक तक पहुंचाने का यत्न करेंगे।

हमारा यह आर्टिकल अब यहीं पर समाप्त होता है। अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं, जो आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने में रुचि रखता है। और उसके लिए हमारे द्वारा दी गई जानकारी महत्वपूर्ण है। तो हमारे इस जानकारी भरे आर्टिकल को उस व्यक्ति तक किसी भी माध्यम के द्वारा जरूर पहुंचाएं।

इस आर्टिकल BAMS Course details in hindi के  अंत में हमेशा की तरह बीएमएस कोर्स से संबंधित FAQ के रूप में कुछ रोचक प्रश्न उत्तर दिए गए हैं। यह रोचक प्रश्न उत्तर आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

FAQ

बीएएमएस और एमबीबीएस में क्या समानता और अंतर है?

बीएएमएस कोर्स आयुर्वेदिक चिकित्सा शिक्षा पर आधारित है। जबकि एमबीबीएस कोर्स एलोपैथिक चिकित्सा शिक्षा पर आधारित है। जबकि समानता के रूप में दोनों ही चिकित्सा के क्षेत्र में बैचलर डिग्री कोर्स है। जिसके माध्यम से डॉक्टर बना जा सकता है।

क्या बीएएमएस करने के लिए 12वीं कक्षा में संस्कृत विषय का होना अनिवार्य है?

जी नहीं ! 12वीं कक्षा में जीव विज्ञान रसायनिक विज्ञान और भौतिक विज्ञान विषय का होना अनिवार्य है। जबकि संस्कृत विषय की शिक्षा बीएएमएस कोर्स के दौरान दी जाती है। इस विषय का 12वीं कक्षा में होना अनिवार्य नहीं है।

बीएएमएस करने के पश्चात किन किन विशेषताओं में पीजी डिप्लोमा किया जा सकता है?

बीएएमएस के बाद पीजी डिप्लोमा  पंचकर्म, मानसिक स्वास्थ्य, क्षर कर्म, नेत्ररोग विज्ञान, आयुर्वेदिक भेषज, आयुर्वेदिक संग्रह इत्यादि विशेषताओं पर किया जा सकता है। जिसकी संपूर्ण जानकारी ऊपर इसी पोस्ट में दी गई है।

बीएएमएस की फुल फॉर्म क्या होती है?

बीएएमएस की फुल फॉर्म Bachelor Of Ayurvedic Medicine And Surgery होता है। जिस का हिंदी में उच्चारण बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी होता है। हिंदी में बीएएमएस की फुल फॉर्म आयुर्वेदिक चिकित्सा और सर्जरी में स्नातक होती है।

बीएएमएस कोर्स इंटर्नशिप कब शुरू होती है?

बीएएमएस कोर्स में इंटर्नशिप 4.5 वर्ष की पढ़ाई के पश्चात शुरू होती है। जिसके पहले 6 महीने उसी कॉलेज में इंटरशिप करनी होती है, जहां से शिक्षा प्राप्त की होती है।

क्या बीएएमएस में बैक (सपली) और इंटर्नशिप दोनों एक साथ कर सकते हैं?

जी नहीं ! इंटरशिप को करने के लिए पहले कोर्स की अन्य परीक्षाओं में पास होना अनिवार्य है। इसलिए इंटर्नशिप की शुरुआत करने के लिए पहले बैक को क्लियर करना होगा।

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