BEMS Course Details in Hindi [2022] | बीईएमएस कोर्स क्या है, BEMS Full Form in Hindi

बीएएमएस कोर्स क्या है BEMS Full Form in Hindi, बीईएमएस कोर्स फीस, BEMS Course Details in Hindi, BEMS Doctor salary,

आजकल व्यस्तता के कारण व्यक्ति अपने खान-पान और शारीरिक संतुलन पर ध्यान नहीं देते हैं। तो उन्हें अनेकों प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। उपचार हेतु विभिन्न प्रकार की दवाइयों का सेवन करना पड़ता है। जिनके कई बुरे प्रभाव भी शरीर पर देखने को मिलते हैं।

ऐसे में कुछ चिकित्सा प्रणालियां ऐसी भी हैं, जिनमें दवाइयों का निर्माण प्राकृतिक ढंग से ऐसी विधि से किया जाता है, जिसका कोई उल्टा प्रभाव नहीं होता है।

वर्तमान में ऐसी ही चिकित्सा पद्धति से निर्माण होने वाली दवाइयों की अधिक मांग है। बढ़ती मांग के कारण विद्यार्थी भी चिकित्सा के इस क्षेत्र में अधिक रूचि ले रहे हैं। भारत में ऐसे अनेकों प्रकार के कोर्स हैं, जिनके माध्यम से दवाइयों का निर्माण करना सीखा जा सकता है। उनमें से एक कोर्स का नाम BEMS Course है।

बीईएमएस कोर्स एक स्नातक डिग्री कोर्स है। इस कोर्स की कुल अवधि 4.5 वर्ष होती है। इस कोर्स को 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद किया जा सकता है। यह कोर्स प्राकृतिक विधि से जड़ी बूटियों के अर्क से दवाई तैयार करने पर आधारित होता है।

हमारा यह आर्टिकल BEMS Course Details in Hindi पर आधारित है जिसमें बीईएमएस कोर्स की संपूर्ण जानकारी प्रदान की गई है।

विद्यार्थियों को हमारे इस आर्टिकल को समझने में आसानी हो। इसलिए प्रस्तुत आर्टिकल में हिंदी तथा अंग्रेजी भाषा का मिश्रित प्रयोग किया गया है।

जो भी विद्यार्थी इस कोर्स में रुचि रखते हैं। उनके लिए इस कोर्स में प्रवेश लेने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में जान लेना आवश्यक है। जो कि नीचे दी गई हैं।

  • बीईएमएस कोर्स क्या है
  • बीईएमएस का फुल फॉर्म क्या है
  • बीईएमएस कितने साल का कोर्स है
  • बीईएमएस कोर्स फीस कितनी है
  • बीईएमएस  सिलेबस क्या होता है
  • बीईएमएस करने के फायदे क्या है
  • बीईएमएस डॉक्टर की सैलेरी कितनी होती है
  • बीईएमएस का स्कोप क्या है
  • बीईएमएस के लिए भारत में सबसे अच्छे कॉलेज कौन से हैं

इन सभी महत्वपूर्ण बातों को हमारे इस आर्टिकल में विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है। इसलिए बीईएमएस कोर्स की संपूर्ण जानकारी के लिए हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

जानकारी की शुरुआत करते हुए बीईएमएस कोर्स क्या है यह जानने से पहले बीईएमएस का फुल फॉर्म जानना आवश्यक है। आइए सबसे पहले बीईएमएस फुल फॉर्म से संबंधित जानकारी प्राप्त करते हैं।

BEMS Full Form in Hindi | बीईएमएस का फुल फॉर्म क्या है

बीईएमएस का फुल फॉर्म Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery होता है इसे हिंदी में बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी उच्चारित किया जाता है यह सभी शब्द अंग्रेजी शब्दकोश के शब्द हैं

BEMS Full Form in Hindi: हिंदी में बीईएमएस का फुल फॉर्म वैद्यत् समचिकित्सा दवाई और शल्य चिकित्सा में स्नातक होता है। जिसका मतलब होम्योपैथी मेडिसिन और सर्जरी में ग्रेजुएशन भी होता है।

BEMS Full Form in Medical: कई जगह पर बीईएमएस की फुल फॉर्म Bachelor of Electropathy Medicine and Surgery होता है। यह भी बिल्कुल सही है ऊपर बताई गई फुल फॉर्म और इस फुल फॉर्म दोनों का अर्थ एक जैसा ही है। अलग-अलग कॉलेजों में इस कोर्स को अलग-अलग फुल फॉर्म से जाना जाता है।

बीईएमएस फुल फॉर्म से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के पश्चात अब आगे यह बीईएमएस कोर्स क्या है (What is BEMS Course) इसके बारे में जानकारी दी गई है। आइए जानते हैं कि बीईएमएस क्या है।

What is BEMS Course Details in Hindi | बीईएमएस कोर्स क्या है

बीईएमएस कोर्स चिकित्सा से संबंधित एक स्नातक डिग्री कोर्स है। इस कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष की होती है। बारहवीं कक्षा के पश्चात इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त किया जा सकता है।

इस कोर्स में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा विज्ञान के माध्यम से दवाइयों का निर्माण करना सिखाया जाता है। इस प्रणाली में सिर्फ पेड़ पौधों के अर्क का प्रयोग करके दवाइयां तैयार की जाती है। यह कोर्स सिर्फ प्राकृतिक तरीकों से इलाज करना खाता है। इसमें इलाज के समय जानवर या दूसरे खनिज स्तोत्र का प्रयोग नहीं किया जाता है।

इस पद्धति की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस पद्धति से तैयार की गई दवाइयों के सेवन और थेरेपी से किसी प्रकार की साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। यह पूरी तरह से सुरक्षित होती है।

कोर्स में पढ़ाई जाने वाली इस थेरेपी प्रणाली से आर्थराइटिस, अवसाद, माइग्रेन, अल्सर और अन्य अनेक प्रकार की अत्यधिक गंभीर रोगों का उपचार किया जाता है।

इलेक्ट्रो होम्योपैथी पद्धति के अनुसार बीमारी के लक्षण और उसके उपचार के लिए तैयार की गई दवाई की लक्षणों में जितनी ज्यादा समानता होगी उतनी ही मरीज के जल्दी ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।

इलेक्ट्रो होम्योपैथी की थेरेपी की मुख्य विशेषता यह है कि मनुष्य के शरीर के रक्त की अशुद्धियों को दूर कर रोग ग्रसित मनुष्य को स्वस्थ करती है।

वहीं स्कोप की बात करें तो इस कोर्स के माध्यम से सहायक चिकित्सक, मेडिकल कोडर, स्वास्थ्य दावा  प्रबंधक, शिक्षक/व्याख्याता, होम्योपैथिक चिकित्सक आदि के रूप में रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।

कुल मिलाकर कहीं तो चिकित्सा में भविष्य बनाने में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए यह कोर्स एक बेहतरीन विकल्प है।

बीईएमएस कोर्स क्या है (What is BEMS Course) यह जानने के बाद अब आगे इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए क्या प्रमुख योग्यताएं होनी चाहिए इसके बारे में जानकारी आगे दी गई है।

Eligibility for BEMS Course in Hindi | बीईएमएस कोर्स कौन कर सकता है

BEMS Course करने के लिए विद्यार्थी का बारहवीं कक्षा पास होना आवश्यक होता है इसके अलावा भी और बहुत सारी नियम और शर्तें होती हैं जिन शर्तों को पूरा करके इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त किया जा सकता है। उन सभी नियम और शर्तों का विवरण नीचे दिया गया है।

  • विद्यार्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं कक्षा पास होना आवश्यक होता है
  • 12वीं कक्षा में विद्यार्थी के पास विज्ञान विषयों का होना अनिवार्य होता है
  • विज्ञान विषयों में जीव विज्ञान तथा रसायनिक विज्ञान का होना अनिवार्य होता है
  • 12वीं कक्षा में विद्यार्थी के कम से कम 50% अंक होने आवश्यक हैं कुछ कॉलेजों में यह सीमा 50% से कम भी हो सकती है
  • प्रतिष्ठित कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्रवेश दिया जाता है वहां प्रवेश के लिए पहले प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है
  • अन्य कॉलेजों में 12वीं कक्षा में प्राप्त अंको के अनुसार मेरिट लिस्ट तैयार कर उसके आधार पर प्रवेश प्रदान किया जाता है
  • विद्यार्थी की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी आवश्यक होती है

ऊपर दी गई नियम और शर्तों को जो भी विद्यार्थी पूरा कर लेता है। उसे इस कोर्स में प्रवेश मिल जाता है।

यह भी देखें

हमारे इस आर्टिकल BEMS Course Details in Hindi में प्रवेश से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के पश्चात अब आगे इस कोर्स में लगने वाले समय के बारे में जानकारी दी गई है। आइए BEMS Course Duration के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

BEMS Course Duration in Hindi | बीईएमएस कितने साल का कोर्स है

बीएमएस कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है। अंत के 6 महीने इंटर्नशिप ट्रेनिंग करनी होती है। शुरुआत के 4 वर्ष में एकेडमिक पाठ्यक्रम पूरा करना होता है।

कॉलेज के एकेडमिक पाठ्यक्रम को चार वार्षिक समेस्टर में विभाजित किया जाता है। प्रत्येक सेमेस्टर के पश्चात परीक्षा आयोजित की जाती है। परीक्षा में पास होने पर भी अगले सेमेस्टर में प्रवेश मिलता है।

कॉलेज की एकेडमिक पढ़ाई पूरी करने के पश्चात अनुभव हेतु 6 महीने का इंटर्नशिप ट्रेनिंग करना अनिवार्य है। जब तक आप यह 6 महीने की इंटर्नशिप ट्रेनिंग पूरी नहीं कर लेते हैं। तब तक आपको सभी परीक्षाएं पास कर लेने के बावजूद भी सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता है।

ऐसा कहा जा सकता है कि अगर कोई विद्यार्थी बिना किसी परीक्षा में असफल हुए इस कोर्स को करता है। तो वह कम से कम 4.5 वर्षों में इस कोर्स को पूरा कर सकता है।

BEMS Course Duration से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के पश्चात अब आगे इस पोस्ट पर आने वाले खर्च के बारे में जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है। आर्टिकल के अगले भाग में बीईएमएस कोर्स फीस से संबंधित जानकारी दी गई है।

BEMS Course Fees in Hindi | बीईएमएस की फीस कितनी होती है

बीईएमएस कोर्स फीस हर कॉलेज में अलग-अलग मात्रा में होती है। यह फीस पूरी तरह से कॉलेज के द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं तथा शिक्षा के स्तर और कॉलेज के पाठ्यक्रम पर आधारित होती है।

हर कॉलेज में BEMS Course Fees इन होने के कारण इसका कोई एक स्टीक आंकड़ा बता पाना आसान नहीं है। लेकिन फिर भी औसत के अनुसार का अनुमान लगाया जा सकता है।

औसत के अनुसार बात की जाए तो BEMS Course Fees लगभग ₹40000 से लेकर ₹100000 तक होती है। कुछ कॉलेज ऐसे भी होते हैं जिनमें बीईएमएस कोर्स फीस ₹40000 से भी कम होती है जबकि कुछ प्रतिष्ठित कॉलेज जो उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए प्रसिद्ध होते हैं उनमें बीईएमएस कोर्स फीस ₹100000 से भी अधिक होती है।

फीस से संबंधित जानकारी के लिए विद्यार्थियों से अनुरोध है कि वह कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर या कॉलेज कैंपस में विजिट कर कर यह जरूरी जानकारी अवश्य प्राप्त करें।

बीईएमएस कोर्स फीस से संबंधित जानकारी के पश्चात अब आगे इस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले विषयों के बारे में जानना आवश्यक है। हमारे आर्टिकल BEMS Course Details in Hindi में अब आगे की एमएलए बस के बारे में जानकारी दी गई है।

BEMS Syllabus in Hindi | बीईएमएस का सिलेबस क्या होता है

बीईएमएस का सिलेबस भी फीस की तरह है हर कॉलेज में अलग अलग होता है। हर कॉलेज अपने स्तर पर पाठ्यक्रम उपलब्ध कराता है।

BEMS Syllabus के अंतर्गत आने वाले विषय लगभग सभी कॉलेज में एक जैसे ही होते हैं। जबकि इनके नामों में थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है। विषयों के नाम कॉलेज अपने अनुसार निर्धारित करते हैं। जबकि उनके बीच पढ़ाया जाने वाला पाठ्यक्रम लगभग एक जैसा ही होता है।

उदाहरण के लिए नीचे बीएमएस सिलेबस का वार्षिक सेमेस्टर के अनुसार विवरण दिया गया है।

BEMS Syllabus for First Year

  • एनाटॉमी -1
  • शरीर क्रिया विज्ञान -1
  • भोजन और स्वच्छता
  • इलेक्ट्रो-होम्योपैथी-फार्मेसी

BEMS Syllabus for Second Year

  • एनाटॉमी -2
  • शरीर क्रिया विज्ञान -2
  • इलेक्ट्रो-होम्योपैथी (मटेरिया-मेडिका)
  • विकृति विज्ञान

BEMS Syllabus for Third Year

  • इलेक्ट्रो-होम्योपैथी और चिकित्सा का अभ्यास – 1
  • स्त्री रोग
  • ई.एन.टी.
  • नेत्र विज्ञान

BEMS Syllabus for Fourth Year

  • इलेक्ट्रो-होम्योपैथी और चिकित्सा का अभ्यास -2
  • शल्य चिकित्सा
  • चिकित्सा न्यायशास्त्र
  • बाल रोग और प्रसूति

ऊपर दिए गए इस BEMS Syllabus के अनुसार ही अधिकतर कॉलेज में पाठ्यक्रम निर्धारित किया जाता है। ऊपर दिए गए इस विवरण में कुछ विषयों के नाम में परिवर्तन हो सकता है। हमने यह आंकड़ा सिर्फ उदाहरण के लिए दिया है।

सिलेबस से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के पश्चात अब आगे बीईएमएस का स्कोप और बीईएमएस करने के फायदे से संबंधित जानकारी दी गई है। आइए सबसे पहले बीईएमएस के स्कोप के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

Scope of BEMS Course in Hindi | बीईएमएस का स्कोप क्या है

बीईएमएस के स्कोप की बात की जाए तो वर्तमान समय में लोग एलोपैथिक दवाइयों से होने वाले साइड इफेक्ट से परेशान नजर आते हैं। इस वजह से इलेक्ट्रो होम्योपैथिक पद्धत को अधिक पसंद किया जा रहा है। जिसमें मनुष्य बीमारी का उपचार करते वक्त थेरेपी तथा दवाइयों के सेवन में अपने आप को सुरक्षित महसूस करता है।

यही मुख्य कारण है कि आने वाले समय में Electro Homeopathy थेरेपी तथा दवाइयों की मांग बढ़ने वाली है। ऐसे में इस पद्धति की शिक्षा हासिल करने वाले के लिए अनेकों सुनहरे अवसर उत्पन्न होंगे।

कुल मिलाकर कहें तो आने वाले समय में बीईएमएस का स्कोप बहुत अच्छा होने वाला है।

आर्टिकल में आगे अब बीईएमएस करने के फायदे से संबंधित जानकारी दी गई है कि आखिर विद्यार्थी इस कोर्स को क्यों करें।

Benefits of BEMS Course in Hindi | बीईएमएस करने के फायदे

बीईएमएस कोर्स करने के फायदे की बात करें तो BEMS Degree हासिल करने वाले विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।

इस कोर्स के माध्यम से इलेक्ट्रो होम्योपैथी पद्धति पर कार्य करने वाली कंपनियों हॉस्पिटल तथा क्लीनिक में रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।

इस कोर्स के बात कुछ अनुभव प्राप्त होने के पश्चात इलेक्ट्रो होम्योपैथिक थेरेपी का खुद का क्लीनिक भी खोला जा सकता है।

इस कोर्स को करने से आपको पेड़ पौधों के अर्क से बनने वाली प्राकृतिक दवाइयों तथा थेरेपी विद का ज्ञान हो जाता है। जिससे आप स्वयं और अपने परिवार के इलाज के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

दिन प्रतिदिन इस इस पद्धति से तैयार दवाई और थेरेपी की मांग बढ़ती जा रही है। जिस वजह से इस कोर्स की डिग्री हासिल करने वाले का भविष्य सुनहरा होने की मौके अधिक हैं।

इसके अलावा भी बीईएमएस करने के फायदे होते हैं। बीईएमएस करने के फायदे की जानकारी प्राप्त करने के पश्चात अब आगे कैरियर विकल्प से संबंधित जानकारी आर्टिकल में दी गई है।

Career options after BEMS Course | बीईएमएस कोर्स के बाद क्या करें

इलेक्ट्रो होम्योपैथी में स्नातक डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों के लिए कैरियर विकल्प के रूप में अनेकों प्रकार के ऑप्शन उपलब्ध होते हैं। जिनमें से किसी एक ऑप्शन का चयन कर अपने भविष्य को संवारा जा सकता है।

इस कोर्स को पूरा करने के पश्चात चिकित्सा के क्षेत्र में अनेकों प्रकार की नौकरियां प्राप्त की जा सकती हैं। उन नौकरियों से अच्छा वेतन मिलता है जिससे अपनी जीविका चलाई जा सकती है।

साथी अपना स्वयं का चिकित्सा केंद्र जैसे कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी थेरेपी सेंटर खोला जा सकता है। जिसमें अच्छी कमाई की जा सकती है।

इसके अलावा उच्च स्तरीय शिक्षा हासिल करने के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्स भी किए जा सकते हैं।

हमारे आर्टिकल बीईएमएस कोर्स डिटेल्स इन हिंदी में आगे इस कोर्स के पश्चात किए जाने वाले कोर्स के बारे में जानकारी दी गई है।

Courses after BEMS Course in Hindi | बीईएमएस कोर्स के बाद कौन सा कोर्स करें

BEMS Degree करने के पश्चात जो विद्यार्थी रोजगार ना तलाशते हुए उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए अग्रिम पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए भी विभिन्न प्रकार के विकल्प उपलब्ध होते हैं। उदाहरण के लिए नीचे कुछ प्रमुख कोर्स के नाम दिए गए हैं जो बीईएमएस डिग्री के पश्चात किए जा सकते हैं।

  • डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी इलेक्ट्रो होम्योपैथी)
  • डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी होम्योपैथी)
  • डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी होम्योपैथी)
  • होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (PGDHMS)
  • डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी प्रैक्टिस ऑफ मेडिसिन होम्योपैथी)

आर्टिकल में आगे इस कोर्स के पश्चात प्राप्त होने वाले रोजगार के बारे में जानकारी दी गई है। आइए इस कोर्स के पश्चात मिलने वाली नौकरियों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

Jobs after BEMS Course in Hindi | बीईएमएस कोर्स के बाद जॉब्स


जो ग्रेजुएट डिग्री को हासिल करने के पश्चात रोजगार की तलाश में होते हैं। उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र में ही विभिन्न प्रकार की नौकरियां प्राप्त होती हैं। उदाहरण के लिए नीचे कुछ प्रमुख नौकरियों के नाम दिए गए हैं।

Jobs after BEMS Course

  • होम्योपैथिक चिकित्सक
  • सहायक चिकित्सक
  • शिक्षक/व्याख्याता
  • मेडिकल कोडर
  • स्वास्थ्य दावा  प्रबंधक

जॉब के अलावा भी और कई जॉब्स चिकित्सा के क्षेत्र में प्राप्त की जा सकती है। ऊपर बताई गई जॉब्स चिकित्सा के किन क्षेत्रों में प्राप्त की जा सकती है। उनमें से प्रमुख क्षेत्रों के नाम नीचे दिए गए है।

Jobs area after BEMS Course

  • सरकारी अस्पताल
  • मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय
  • प्राइवेट अस्पताल
  • निजी क्लीनिक
  • स्वास्थ्य परामर्श केंद्र
  • दवा की दुकान
  • फ्रीलांसिंग (मेडिकल)

बीईएमएस डिग्री के पश्चात मिलने वाली जॉब की जानकारी प्राप्त करने के पश्चात अब इन जॉब से प्राप्त होने वाली सैलरी के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

BEMS Doctor salary in India | बीईएमएस डॉक्टर की सैलेरी कितनी होती है

बीईएमएस कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह सवाल सबसे महत्वपूर्ण होता है कि इस कोर्स के पश्चात मासिक सैलरी कितनी प्राप्त की जा सकती है।

इस डिग्री के पश्चात ऊपर बताए गए विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में अनेकों प्रकार के पदों पर नौकरी हासिल की जा सकती हैं। उन सभी नौकरियों में अलग-अलग कार्य होने के कारण सभी की बीईएमएस सैलरी अलग-अलग मात्रा में होती है।

औसत के अनुसार अगर आंकड़ा लगाया जाए तो शुरुआत में BEMS Doctor salary लगभग ₹15000 से लेकर ₹30000 प्रति महीना तक होती है। वही जब कुछ वर्षों का अनुभव प्राप्त हो जाता है। तो यही सैलरी लगभग ₹25000 महीना से लेकर ₹50000 महीना प्राप्त की जा सकती है।

वही इस डिग्री के पश्चात रोजगार के रूप में कुछ पल ऐसे होते हैं। जहां पर शुरू में ही ₹50000 प्रति महीना के आसपास बीईएमएस सैलरी प्राप्त की जा सकती है। और आगे चलकर यह सैलरी ₹80000 से भी अधिक प्राप्त की जा सकती है।

कुल मिलाकर कहें तो सैलरी के लिहाज से कोर्स को भविष्य को संवारने के लिए एक बेहतरीन विकल्प कहा जा सकता है।

बीईएमएस कोर्स डिटेल्स इन हिंदी पर आधारित हमारे यह इस आर्टिकल में अब आगे इस कोर्स के लिए प्रसिद्ध शिक्षण संस्थानों के बारे में जानकारी दी गई है।

Top Colleges for BEMS Course in India | बीईएमएस कोर्स के लिए भारत के सबसे अच्छे कॉलेज


बीईएमएस डिग्री की उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने के लिए इस डिग्री को किसी प्रतिष्ठित कॉलेज से करना अनिवार्य है। भारत में ऐसे बहुत से कॉलेज हैं। जो इस इलेक्ट्रो होम्योपैथी की स्नातक डिग्री के लिए प्रसिद्ध है। उनमें से कुछ प्रमुख कॉलेजों के नाम उदाहरण के तौर पर नीचे दिए गए हैं।

Top BEMS Colleges in India

  • Karunya Medical College of Electropathy-KMCE, Kanyakumari
  • Punjab Medical Institute and Hospital of Electropathy-PMIHE, Jalandhar
  • Shri JC Bose Medical Institute and Hospital of Electropathy-SJCBMIHE, Jaipur-Rajasthan
  • Haryana Medical Institute, Hisari
  • National Institute of Electro-Homeopathy Medical Science – NIEMS, New Delhi.
  • Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery Course Suitability.
  • Vivekananda Medical Institute of Electropathy and Research Centre, Ahmednagar.
  • Annai Nivetha Electropathy Medical College and Hospital, Sivaganga.
  • DCM Institute of Medical and Paramedical Technology-DCMIMPT, Amritsar

इनके अलावा और भी बहुत सारे प्रतिष्ठित कॉलेज है जहां से बीईएमएस डिग्री हासिल की जा सकती है।

हमारा यह आर्टिकल BEMS Course Details in Hindi पर आधारित था जो अब यहीं पर समाप्त हो रहा है। इस आर्टिकल में आपने बीईएमएस कोर्स की संपूर्ण जानकारी हासिल की। जिसमें बीईएमएस का फुल फॉर्म, बीईएमएस कोर्स फीस, BEMS Doctor salary, बीईएमएस सिलेबस आदि से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की।

फिर भी अगर कोई ऐसा सवाल है जो हमारे इस आर्टिकल में कवर नहीं हो पाया है। तो उस प्रश्न को नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से हम तक जरूर पहुंचाएं।

हम आपके इस प्रश्न का उत्तर जल्द से जल्द आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।

अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं, जिसे हमारे द्वारा दी गई जानकारी की सख्त जरूरत है। तो उस व्यक्ति तक हमारे इस आर्टिकल को किसी भी माध्यम से जरूर पहुंचाएं।

आर्टिकल के अंत में FAQ के रूप में BEMS Course Details से संबंधित कुछ प्रश्न उत्तर दिए गए हैं। बीईएमएस कोर्स में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए यह प्रश्न उत्तर महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

FAQ

BEMS कोर्स कितने साल का कोर्स है

BEMS कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है। जिसमें से अंत के 6 महीने अनुभव के लिए इंटर्नशिप ट्रेनिंग करनी होती है।

BEMS कोर्स की मुख्य विशेषताएं क्या है?

BEMS कोर्स में प्राकृतिक विधि से पेड़ पौधों की जड़ों का अर्क निकाल कर उससे चिकित्सा की सामग्री तैयार करनी सिखाई जाती है। इस सामग्री का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है।

BEMS का फुल फॉर्म क्या होता है?

बीईएमएस का फुल फॉर्म Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery होता है। इसे हिंदी में बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी उच्चारित किया जाता है।

BEMS कोर्स को हिंदी में क्या कहते हैं?

हिंदी में बीईएमएस का फुल फॉर्म वैद्यत् समचिकित्सा दवाई और शल्य चिकित्सा में स्नातक होता है।

BEMS Course Fees कितनी होती है?

बीईएमएस की फीस ₹10000 से लेकर ₹100000 तक होती है।

अन्य भी पढ़े

7 thoughts on “BEMS Course Details in Hindi [2022] | बीईएमएस कोर्स क्या है, BEMS Full Form in Hindi”

  1. BEMS
    क्या ये कोर्स भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है

    Reply

Leave a Comment