BMS Course Details in Hindi [2022] | बीएमएस क्या है, BMS Full Form

BMS Full Form,  बीएमएस क्या है ,Bachelor of Management Studies,  BMS Course details in Hindi, What is bms course, बीएमएस कोर्स की संपूर्ण जानकारी

व्यवसाय प्रबंधन में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए भारत में बहुत सारे अंडर ग्रेजुएशन कोर्स उपलब्ध है। जो Students भविष्य में अपना कैरियर प्रबंधन क्षेत्र में बनाना चाहते हैं। उनके लिए पॉपुलर कोर्स जैसे कि बीबीए, बीएमएस, बीबीएम, एमबीए, एमएमएस, एमबीएस आदि कोर्सेज भारत के कॉलेजों में कराए जाते हैं।

       प्रबंधन क्षेत्र से संबंधित कोर्सों में एक BMS Course भी है। जिस कोर्स के बारे में विस्तार से इस आर्टिकल में चर्चा करने वाले हैं।

      जो भी Students बारहवीं कक्षा के बाद ग्रेजुएशन के रूप में बीएमएस कोर्स करना चाहता है। उसके लिए महत्वपूर्ण जानकारियां इस पोस्ट में दी गई है। जैसे कि

  • BMS कोर्स क्या है
  • बीएमएस कोर्स कैसे करते हैं
  • BMS Course कौन कर सकता है
  • बीएमएस किसे करना चाहिए
  • बीएमएस और बीबीए में क्या अंतर है

     इन सवालों के अलावा और भी सवाल जैसे बीएएमएस की फीस, बीएमएस के बाद सैलरी, बीएमएस करने के लिए टॉप कॉलेज इत्यादि की संपूर्ण जानकारी हिंदी भाषा में ( BMS Course details in Hindi) इस आर्टिकल में विस्तारित रूप से दी गई है।

        बारहवीं कक्षा के बाद विद्यार्थी असमंजस में पड़ जाते हैं कि उन्हें बीएमएस, बीबीए और बीबीएम में से किस कोर्स का चयन करना चाहिए। इस आर्टिकल में हम विद्यार्थी को उनकी रूचि के अनुसार गाइड करने की कोशिश करेंगे।

       जो विद्यार्थी प्रबंधन के क्षेत्र में अपने गुणों को और निखार ना चाहते हैं। उनके लिए BMS Course एक बेहतरीन विकल्प है।

       बीएमएस कोर्स की हिंदी जानकारी में आगे बढ़ते हुए BMS Full Form जानने से पहले विद्यार्थी के लिए यह जानना जरूरी है, कि बीएमएस कोर्स क्या है ( What is bms course) आखिर इस कोर्स की खासियत क्या है नीचे इसी के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है।

What is BMS Course Details in Hindi | बीएमएस कोर्स क्या है

       बीएमएस कोर्स प्रबंधन के अध्ययन से संबंधित कोर्स है। जो मुख्य रूप से विश्लेषणात्मक ( Analytical) और तार्किक उन्मुख ( Logical Oriented) अध्ययनों पर केंद्रित है। और छात्रों को उनके Analytical और Logical Skills विकसित करने में मदद करता है।

           आसान भाषा में कहें तो इस कोर्स में Students को प्रबंधन क्षेत्र के ऐसे गुण सिखाए जाते हैं। जिनकी मदद से विद्यार्थी एक सफल प्रबंधक बन सकता है।

        BMS Course को बीबीए कोर्स के समरूप कोर्स ही माना जाता है। वैसे बी बी ए का कोर्स इस कोर्स से ज्यादा पॉपुलर है। लेकिन दोनों ही कोर्स व्यवसाय प्रबंधन के पाठ्यक्रम पर आधारित कोर्स है।

          उम्मीद है Students को बीएमएस कोर्स क्या है ( What is bms course) अच्छी तरह से समझ आ गया होगा। अब बीएमएस कोर्स की फुल फॉर्म क्या है । इसके बारे में विस्तार से जान लेते क्योंकि BMS full form को लेकर लोगों के मन में असमंजस बना रहता है।

BMS Full Form in Hindi | बीएमएस की फुल फॉर्म क्या है

बीएमएस फुल फॉर्म Bachelor of Management Studies है। जिसका हिंदी में उच्चारण बैचलर आफ मैनेजमेंट स्टडीज होता है। यह एक अंग्रेजी शब्दकोश का शब्द है। बीएमएस की हिंदी फुल फॉर्म प्रबंधन अध्ययन में स्नातक होती है।

        BMS Full Form सिर्फ यही ही नहीं होती है। कोर्स के अलावा और भी क्षेत्रों में बीएमएस की फुल फॉर्म होती है। जिसकी जानकारी विद्यार्थियों के लिए हम नीचे दे रहे हैं।

      BMS full form in electrical

Electrical क्षेत्र में बीएमएस की फुल फॉर्म Building Management System होती है। जिस का हिंदी में उच्चारण बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम होता है। अगर इसकी हिंदी अनुवाद की बात करें तो इसका हिंदी अनुवाद निर्माण प्रबंधन प्रणाली होता है।

BMS full form in Commerce

वाणिज्य के क्षेत्र में बीएमएस की फुल फॉर्म Business Management Studies होती है। जिस का हिंदी में उच्चारण बिजनेस मैनेजमेंट स्टडीज होता है। अगर इसका हिंदी में अनुवाद किया जाए तो वाणिज्य के क्षेत्र में बीएमएस को हिंदी में व्यवसाय प्रबंधन अध्ययन  कहते हैं।

BMS full form in CommerceBusiness Management Studies
BMS full form in electricalBuilding Management System

     ऊपर दी गई जानकारी BMS  फुल फॉर्म से संबंधित संपूर्ण जानकारी थी। उम्मीद करते हैं कि इस जानकारी से अब विद्यार्थियों के मन में बीएमएस फुल फॉर्म को लेकर कोई दुविधा नहीं रह गई होगी।

       फुल फॉर्म की विस्तारित जानकारी के बाद अब फिर से बीएमएस कोर्स के बारे में बात करते हुए जानते हैं कि, इस कोर्स में कौन विद्यार्थी प्रवेश ले सकता है यानी बीएमएस कोर्स को कौन कर सकता है । BMS Course को करने के लिए Students के पास क्या-क्या योग्यता होनी चाहिए। उन सब की जानकारी नीचे दी गई है।

BMS Course Details about Eligibility | बीएमएस कोर्स कौन कर सकता है

जैसा कि आप जानते हैं कि बीबीए कोर्स की तरह बीएमएस कोर्स भी व्यावसायिक प्रबंधन क्षेत्र से संबंधित एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स है। कोर्स में दाखिला लेने के लिए योग्यता भी लगभग बीबीए के समान ही होती हैं।

       Bachelor of Management Studies कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों को जिन पड़ाव को पार करना पड़ता है । उनकी विस्तारित जानकारी निम्न बिंदुओं में दी गई है।

  • ‌ Students का किसी भी क्षेत्र से किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
  • ‌ विद्यार्थी की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी आवश्यक है।
  • ‌ 12वीं कक्षा में विद्यार्थी कि कम से कम 45% अंक होने चाहिए। कुछ कॉलेज में न्यूनतम अंक सीमा 50% से लेकर 60% तक भी होती है।
  • ‌ प्रवेश के लिए कालेज द्वारा निर्देशित प्रवेश परीक्षा को पास करना अनिवार्य है।
  • ‌प्रवेश परीक्षा  के बाद कॉउंसेलिंग में अंको के अधार पर कॉलेज में प्रवेश दिया जाता है।

ऊपर दिए गए सभी स्टेप्स को पूरा करने के पश्चात विद्यार्थी को प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर कॉलेज में प्रवेश मिल जाता है।

       कॉलेज में प्रवेश पाने की प्रक्रिया तथा योग्यता के बारे में जानने के बाद बीएमएस कोर्स में कितना समय लगता है  के विषय में जानना जरूरी है ।

        BMS Course details in Hindi में आगे बीएमएस कोर्स के समय के बारे में विस्तार से बताया गया है।

BMS Course Duration Details | बीएमएस में कितना समय लगता है

बीएमएस कोर्स में 3 वर्ष का कुल समय लगता है। इन 3 वर्षों को 6 सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है। हर सेमेस्टर की अवधि 6 महीने की होती है। और हर सेमेस्टर के बाद परीक्षा ली जाती है।

        दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा प्रस्तावित Bachelor of Management Studies कोर्स की अवधि 4 वर्ष की होती है। जिसमें इंटर्नशिप के रूप में समय भी शामिल होता है।

       Students की जानकारी के लिए बता दें कि जो कॉलेज बीएमएस डिग्री ऑफर करते हैं। उन कॉलेज में बीबीए की डिग्री नहीं कराई जाती है। ऐसा ही बीबीए डिग्री कराने वाले कॉलेजों के साथ होता है। वे कॉलेज भी बीएमएस की डिग्री नहीं करवाते हैं।

       BMS Course details information in Hindi में आगे बढ़ते हुए अब  बीएमएस कोर्स फीस की बात करते हैं। -हर विद्यार्थी जानना चाहता है कि बीएमएस कोर्स में कुल कितना खर्चा आता है। इस आर्टिकल में आगे बीएमएस फीस की विस्तारित जानकारी दी गई है।

BMS Course Fees Details | बीएमएस कोर्स की फीस कितनी होती है

बीएमएस कोर्स की फीस बीबीए कोर्स की फीस से कम होती है। सरकारी कॉलेजों में बीएमएस कोर्स की फीस औसतन  ₹10000 से लेकर ₹200000  तक हो सकती है।

       लेकिन प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में बीएमएस कोर्स की फीस सरकारी कॉलेजों के मुकाबले अधिक होती है। प्राइवेट संस्थानों में बीएमएस फीस लगभग ₹50000  से लेकर  ₹350000  तक होती है।

       वैसे तो सभी कॉलेजों की फीस का विवरण दे पाना असंभव है। लेकिन फिर भी उदाहरण के तौर पर नीचे कुछ कॉलेजों के नाम और उनके द्वारा ली जाने वाली बीएमएस कोर्स की फीस का विवरण दिया गया है।

कॉलेज का नामबीएमएस कोर्स फीस
Indian Institute Of Cost And Management Studies And Research, PuneINR 135,000
Rizvi College Of Art Science And Commerce, BandraINR 75,000
Amity UniversityINR 2,50,000
RA Podar College Of Commerce And EconomicsINR 13,200
Indian School Of Business And AdministrationINR 30,900
DR.Bhimrao Ambedkar College
INR 24,000
BMS Course fees


   ऊपर दिए गए कॉलेज और उनकी फीस उदाहरण के तौर पर अनुमान लगाने के लिए दी गई है। विद्यार्थियों से विनती है कि इस दी गई जानकारी को ही फाइनल जानकारी ना समझे ।  फीस के लिए संबंधित कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त करें।

         क्योंकि समय समय पर कॉलेज अपने कोर्स की फीस को कम ज्यादा करते रहते हैं। इसलिए हमारे द्वारा दी गई जानकारी और कॉलेज की वर्तमान फीस में अंतर हो सकता है।

     BMS Course fees के बारे में जानने के बाद विद्यार्थी के लिए पाठ्यक्रम की जानकारी रखना अहम हो जाता है। Students को आखिर पता होना चाहिए कि बीएमएस कोर्स के क्या विषय होते हैं तथा बीएमएस कोर्स में क्या पढ़ाया जाता है।

         Bachelor of Management Studies कोर्स की विस्तारित जानकारी को आगे बढ़ाते हुए बीएमएस कोर्स के विषयों के बारे में आगे विस्तार से उल्लेख किया गया है।

BMS Course Subjects Details in Hindi | बीएमएस में कौन-कौन से विषय होते हैं

        जैसा कि आप सभी जानते हैं  बीएमएस कोर्स वाणिज्य क्षेत्र से संबंधित होता है। इसलिए इस कोर्स में पाठ्यक्रम भी वाणिज्य विषयों पर ही आधारित होता है।

       बीएमएस कोर्स के विषयों में मुख्य रूप से  एकाउंटिंग, मार्केटिंग, व्यवसाय अध्ययन विषयों पर शिक्षा प्रदान की जाती है।

        बीएमएस कोर्स 3 वर्ष का होता है। जिसमें से पहले 2 वर्ष में  मुख्य व्यवसाय अनुशासन के बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है । जबकि अंत के वर्ष में व्यवसायिक प्रबंधन की संगठनात्मक रणनीति के बारे में पढ़ाया जाता है।

     बीएमएस के पाठ्यक्रम में वर्ष के अनुसार  विषयों की सूची नीचे दी गई है। कॉलेज के अनुसार इन विषयों में थोड़ा बहुत परिवर्तन हो सकता है।

    BMS 1st Year Syllabus

  • Business Law ( व्यापार कानून)
  • Industrial Law ( औद्योगिक कानून)
  • Foundation of Human Skills ( मानवी कौशल की नीव)
  • Introduction to Computers ( कंप्यूटर का परिचय )
  • Introduction of Financial Accounts ( वित्तीय खातों का परिचय)
  • Managerial Economics I ( प्रबंधकीय अर्थशास्त्र 1)
  • Principles of Management I ( प्रबंधन के सिद्धांत 1)
  • Business Statistics ( व्यापार सांख्यिकी)
  • Business Environment ( व्यापार पर्यावरण)
  • Business Communication (व्यापार संचार)
  • Business Mathematics (व्यावसायिक गणित)
  • Computer Applications in Business (व्यापार में कंप्यूटर एप्लीकेशन)

BMS 2nd Year Syllabus

  • Marketing Management (विपणन प्रबंधन )
  • Strategic Management (कूटनीतिक प्रबंधन)
  • Cooperatives & Rural Markets (सहकारिता और ग्रामीण बाजार)
  • Management Accounting (प्रबंधन लेखांकन)
  • Direct & Indirect Taxes (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर)
  • Managerial Economics II (प्रबंधकीय अर्थशास्त्र II)
  • Environmental Management (पर्यावरण प्रबंधन)
  • Productivity and Quality Management (उत्पादकता और गुणवत्ता प्रबंधन)
  • Introduction of Cost Accounting (लागत लेखांकन का परिचय)
  • Business Aspects of Banking & Insurance (बैंकिंग और बीमा के व्यावसायिक पहलू)
  • Export-Import Procedures & Documentation (निर्यात-आयात प्रक्रियाएं और दस्तावेज़ीकरण)
  • Production Management & Materials Management (उत्पादन प्रबंधन और सामग्री प्रबंधन)

BMS 3rd Year Syllabus

  • Project Work (परियोजना कार्य)
  • Elective I (इलेक्टिव 1)
  • Financial Management ( वित्तीय प्रबंधन)
  • International Finance ( अंतर्राष्ट्रीय वित्त)
  • Public Relations Management (पब्लिक रिलेशन्स मैनेजमेंट)
  • Special Studies in Marketing ( मार्केटिंग में विशेष अध्ययन)
  • Operation Research ( संचालन अनुसंधान)
  • International Marketing ( अंतरराष्ट्रीय मार्केटिंग)
  • Research Methods in Business (व्यापार में अनुसंधान के तरीके)
  • E-Commerce (E-कॉमर्स)
  • Indian Management Thoughts & Practices (भारतीय प्रबंधन विचार और व्यवहार)
  • Special Studies in Finance ( वित्त में विशेष अध्ययन)
  • Human Resource Management (मानव संसाधन प्रबंधन)
  • Elements of Logistics Management ( रसद प्रबंधन के तत्व)
  • Service Sector Management (सर्विस सेक्टर मैनेजमेंट)
  • Business Ethics & Corporate Social Responsibility (व्यावसायिक नैतिकता और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व)
  • Entrepreneurship & Management of SME ( SME का उद्यमिता और प्रबंधन)

   ऊपर दी गई सूची में बीएमएस के विषय की जानकारी थी। विभिन्न कॉलेजों में इन विषयों में परिवर्तन हो सकता है । Students से अनुरोध है कि संबंधित कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर विषयों के बारे में अधिक जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।

       BMS Course में इन विषयों के अलावा कुछ वैकल्पिक विषय भी होते हैं। जिन्हें विद्यार्थी अपनी विशेषज्ञता के अनुसार चुन सकता है ।

         विषयों की जानकारी प्राप्त करने के बाद बीएमएस कोर्स की डिटेल इंफॉर्मेशन में अब हम कैरियर विकल्प के बारे में आगे बात करेंगे यानी बीएमएस कोर्स के बाद क्या करें के बारे में जानेंगे।

Career Options after BMS | बीएमएस के बाद क्या करें

     Students के पास हर कोर्स की तरह Bachelor of Management Studies कोर्स करने के बाद भी मुख्य रूप से दो रास्ते होते हैं। विद्यार्थी चाहे तो भविष्य में अपना कैरियर के लिए जॉब्स चुन सकता है। या फिर बीएमएस करने के बाद हायर एजुकेशन के द्वारा और कोर्स को चुनकर अपना भविष्य सवार सकता है।

    हम इन दोनों बिंदुओं पर बारी बारी से विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे। सबसे पहले बात करते हैं कि कोर्स करने के बाद ऐसे कौन से कोर्स होते हैं जिनको विद्यार्थी करके अपना भविष्य बना सकता है।

Course after BMS | बीएमएस के बाद कौन सा कोर्स करें

जो विद्यार्थी BMS Degree कंप्लीट करने के बाद आगे और पढ़ाई करना चाहते हैं । उनके लिए भारत में बहुत से विकल्प मौजूद हैं। उनमें से किसी एक विकल्प का चयन करके उस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल की जा सकती है। उदाहरण के तौर पर उनमें से कुछ मुख्य कोर्स के नाम नीचे दिए गए हैं।

Course List after BMS (Bachelor of Management Studies)

  • Master of Management Studies (MMS)
  • Master of Business Administration ( MBA)
  • Post Graduate Diploma in Computer Management
  • Post Graduation Diploma Course in Management (PGDM)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Masters in Data Science
  • Master of Arts in Human Resource Management
  • Cost Management Accountancy (CMA)
  • Chartered Accountancy (CA)
  • Post Graduate Diploma in Digital Marketing
  • PMP Certification

यह कुछ कोर्स थे। जिनको BMS Degree को कंप्लीट करने के बाद हायर एजुकेशन के रूप में किया जा सकता है।

       लेकिन जो विद्यार्थी बीएमएस कोर्स के बाद आगे पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं। और जॉब की तलाश में होते हैं। उनके लिए बीएमएस के बाद किस प्रकार की जॉब मिलती है। यह संपूर्ण जानकारी आगे हमारे इस BMS Course details in hindi आर्टिकल में दी गई है।

Jobs after BMS Course | बीएमएस के बाद जॉब्स

जो भी Students बीएमएस के बाद जॉब्स को प्रायरिटी देते हैं। उनके लिए भी भारत में सारे विकल्प जॉब के रूप में उपलब्ध है।

         वाणिज्य क्षेत्र से संबंधित होने के कारण बीएमएस कोर्स कंप्लीट करने के बाद ज्यादातर जॉब्स के अवसर व्यवसाय के प्रबंधन क्षेत्र में ही मिलते हैं।

        उदाहरण के तौर पर Bachelor of Management Studies कोर्स को करने के बाद मिलने वाली नौकरियों से कुछ मुख्य नौकरियों की सूची नीचे दी गई है।

  

    BMS career opportunities

  • HR executive ( मानव संसाधन कार्यकारी)
  • Account manager ( खाता प्रबंधक )
  • Business consultants ( व्यापार सलाहकार )
  • Quality manager (  गुणवत्ता प्रबंधक )
  • Business development executive (  व्यवसाय विकास कार्यकारी )
  • Assistant manager (  सहायक प्रबंधक )
  • Quality specialist ( गुणवत्ता विशेषज्ञ )
  • Teacher (  अध्यापक )
  • Lacturer (  लेक्चरर )
  • Assistant professor ( सहायक प्रोफेसर )
  • Business development manager ( व्यवसाय विकास प्रबंधक )
  • Executive assistant ( कार्यकारी सहेयक )
  • Marketing coordinator ( बिक्री संयोजक ) 
  • Quality assurance analyst (  गुणवत्ता आश्वासन विश्लेषक )

ऊपर दिए गए जॉब्स सिर्फ एक उदाहरण मात्र है। इनके अलावा और भी बहुत प्रकार की जॉब इस कोर्स के बाद भारत में प्राप्त होती हैं।

     जानकारी को आगे बढ़ाते हुए Students के लिए महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में बात कर लेते हैं। बीएमएस कोर्स को किस कॉलेज से करें यानी बीएमएस टॉप कॉलेज कौन-कौन से हैं, जहां पर Bachelor of Management Studies कोर्स करना उचित माना जाता है।

     हमारे आर्टिकल के अंतिम पड़ाव में बीएमएस कोर्स के टॉप कॉलेज के बारे में बात की गई है।

   

BMS Top College in India | बीएमएस के टॉप कॉलेज

जो Students बीएमएस कोर्स को करने में रुचि रखते हैं ।उनके लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि इस कोर्स के लिए भारत में टॉप कॉलेज कौन-कौन से हैं।

     भारत में ऐसे बहुत से कॉलेज है जहां पर BMS Course की सुविधा प्रदान की जाती है । विद्यार्थियों की जानकारी के लिए हमने ऊपर भी जानकारी देते हुए बताया था। कि एक ही कॉलेज में बीएमएस कोर्स और बीबीए कोर्स की सुविधा नहीं होती है।

         इसलिए जिन कॉलेजों को बीबीए टॉप कॉलेज माना जाता है । उन कॉलेज में बीएमएस कोर्स की सुविधा नहीं होती है । उदाहरण के तौर पर नीचे हम कुछ मुख्य कॉलेज की सूची दे रहे हैं। जहां से विद्यार्थी बीएमएस कोर्स की डिग्री हासिल कर सकते हैं।

     Top BMS College list

  • Jamia Hamdard, New Delhi.
  • Shaheed Sukhdev College of Business Studies, Delhi.
  • Brihan Maharashtra College of Commerce, Pune.
  • National Academy of Sports Management, Mumbai
  • Wilson College, Mumbai.
  • Nagindas Khandwala College, Mumbai
  • Pillai College of Arts, Commerce and Science, New Panvel
  • Bhavan’s College, Mumbai
  • HR College of Commerce and Economics, Mumbai.
  • St Xavier’s College, Kolkata
  • KJ Somaiya College of Science and Commerce, Mumbai
  • Shiv Nadar University, Greater Noida.
  • Indsearch, Pune.
  • Jai Hind College, Mumbai.

       यह कुछ भारत के मुख्य कॉलेज थे। जिसमें बीएमएस कोर्स की डिग्री की शिक्षा प्रदान की जाती है।

       इस आर्टिकल में आपने बीएमएस कोर्स से संबंधित संपूर्ण जानकारी हिंदी में ( BMS Course details in Hindi) प्राप्त की इस आर्टिकल में बीएमएस कोर्स क्या है ( What is BMS Course) , BMS full form, Bachelor of Management Studies Subjects इत्यादि बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है।

        उम्मीद करते हैं बीएमएस कोर्स में रुचि रखने वाले Students को हमारी इस जानकारी से लाभ प्राप्त होगा। इस कोर्स को लेकर उनके मन में जो दुविधा बनी हुई थी। वह दुविधा हमारे द्वारा दी गई इस जानकारी से दूर हुई होगी।

      BMS Course details information से संबंधित यह आर्टिकल अब यहीं पर समाप्त होता है। पाठको की जानकारी के लिए बता दें कि, हमारी इस वेबसाइट पर हर प्रकार के कोर्स की जानकारी दी गई है। आप अन्य कोर्सो के बारे में पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट के अन्य पृष्ठ पर विजिट कर सकते हैं।

         अगर आप ऐसे किसी व्यक्ति को जानते हैं ,जिसे हमारी इस जानकारी की जरूरत है। तो कृपया हमारे इस आर्टिकल को उस वक्त तक जरूर पहुंचाएं।

          इस आर्टिकल के अंत में बीएमएस कोर्स डिटेल से संबंधित FAQ के रूप में कुछ प्रश्न उत्तर दिए गए हैं। यह प्रश्न उत्तर बीएमएस कोर्स की डिग्रीमें रुचि रखने वाले Student के लिए लाभदायक हो सकते हैं।

FAQ

बीएमएस कोर्स और बीबीए कोर्स में क्या अंतर होता है?

बीएमएस कोर्स प्रबंधन के अध्ययन से संबंधित कोर्स है। जो मुख्य रूप से विश्लेषणात्मक और तार्किक उन्मुख अध्ययनों पर केंद्रित है। जब कि बीबीए कोर्स संपूर्ण व्यवसायिक संगठन के प्रबंधन से संबंधित पाठ्यक्रम पर आधारित होता है ।

क्या बीएमएस कोर्स के बाद एमबीए कर सकते हैं?

जी हां ! कर सकते हैं । बीएमएस कोर्स करने के बाद वह हर कोर्स किया जा सकता है, जिसे बीबीए के बाद किया जा सकता हो । वैसे एमबीए करने के लिए बीबीए कोर्स को प्राथमिकता दी जाती है।

बीएमएस कोर्स में कितने वर्ष का समय लगता है?

बीएमएस कोर्स में कुल 3 वर्ष का समय लगता है। इन 3 वर्षों को छह छह महीने के 6 सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है । दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा कराए जाने वाले बीएमएस कोर्स में 4 वर्ष का समय लगता है।

बीएमएस कोर्स में क्या पढ़ाया जाता है?

बीएमएस कोर्स व्यवसायिक प्रबंधन पर आधारित होता है, जिसमें एनालिटिकल और लॉजिकल स्किल्स के बारे में विस्तार से अध्ययन कराया जाता है।

बीएमएस कोर्स की फीस कितनी होती है?

बीएमएस कोर्स की फीस सरकारी संस्थान में औसतन ₹10000 से लेकर ₹200000 तक होती है। वही प्राइवेट संस्थान में ₹50000 से लेकर ₹300000 तक होती है।


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