BPT Full Form, Bachelor of Physiotherapy, बीपीटी कोर्स क्या है, BPT Course Details in Hindi, फिजिओथेरपी कोर्स, बीपीटी पाठ्यक्रम विवरण हिंदी में,
चिकित्सा के क्षेत्र में दवाइयों के अलावा फिजियोथैरेपी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जिसके द्वारा नियमित व्यायाम, मालिश और स्ट्रैचिंग के माध्यम से शारीरिक रोगों का इलाज किया जा सकता है।
चिकित्सा के क्षेत्र में कैरियर बनाने में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए फिजियो थेरेपी एक बेहतरीन विकल्प होता है।
फिजिओथेरपी कोर्स के रूप में स्नातक डिग्री, मास्टर डिग्री और डिप्लोमा किए जा सकते हैं।
आज हम इस पोस्ट में स्नातक डिग्री के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करने वाले हैं। फिजियो थेरेपी कोर्स में स्नातक डिग्री को बीपीटी कोर्स के नाम से जाना जाता है।
BPT Course कुल 4.5 वर्षों का होता है। जिसमें अंत के 6 महीने इंटर्नशिप ट्रेनिंग करनी होती है।
इस कोर्स के पश्चात आप फिजियो थेरेपी डॉक्टर के रूप में अपना स्वयं का क्लीनिक खोल सकते हैं। अगर आप चाहे तो किसी अस्पताल में Physiotherapist के तौर पर कार्य कर सकते हैं।
जो भी विद्यार्थी इस बीपीटी कोर्स में रुचि रखते हैं। उनके लिए इस कोर्स से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानना आवश्यक है। जो कि निम्न है।
- बीपीटी कोर्स क्या है
- BPT Full Form क्या है
- फिजिओथेरपी क्या होता है
- Physiotherapist किसे कहते हैं
- बीपीटी कोर्स में कुल कितना समय लगता है
- बीपीटी कोर्स फीस कितनी है
- बीपीटी सिलेबस क्या होता है
- भारत में फिजियोथेरेपिस्ट के लिए बेस्ट कॉलेज कौन से हैं
इन सभी मुख्य बिंदु पर हमारे इस BPT Course Details in Hindi पोस्ट में विस्तारित विवरण दिया गया है।
बीपीटी कोर्स की जानकारी में बीपीटी कोर्स क्या होता है, और फिजियो थेरेपी किसे कहते हैं। इन सब के बारे में जानने से पहले बीपीटी की फुल फॉर्म की जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है। आइए सबसे पहले BPT Course Full Form के बारे में जानते हैं।
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BPT Full Form in Hindi | बीपीटी की फुल फॉर्म क्या है
बीपीटी की फुल फॉर्म Bachelor of Physiotherapy होती है। जिसे हिंदी में बैचलर आफ फिजियोथैरेपी उच्चारित किया जाता है।
BPT Full Form in Hindi: बीपीटी कोर्स को हिंदी भाषा में अलग शब्दों से जाना जाता है। हिंदी में बीपीटी की फुल फॉर्म भौतिक चिकित्सा में स्नातक होती है।
बीपीटी एक ऐसा संक्षिप्त शब्द है, जिसकी एक से ज्यादा फुल फॉर्म्स होती हैं। इसलिए बीपीटी फुल फॉर्म को लेकर विद्यार्थियों में कन्फ्यूजन रहती है।
BPT Full Form in Maths: गणित में BPT Full Form अलग होती है। गणित में बीपीटी को एक थ्योरम के नाम से जाना जाता है। गणित में बीपीटी की फुल फॉर्म Basic Proportionality Theorem होती है। जिसे हिंदी में बेसिक प्रोपोर्शनैलिटी थ्योरम उच्चारित किया जाता है। इसका हिंदी अनुवाद मूल आनुपातिकता प्रमेय होता है।
BPT Course Full Form की जानकारी प्राप्त करने के पश्चात अब आगे बीपीटी कोर्स की परिभाषा जानने से पहले फिजियोथैरेपी क्या होता है, और फिजियोथैरेपिस्ट किसे कहते हैं। इनके बारे में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
What is Physiotherapy in Hindi | फिजियो थेरेपी क्या होता है
Physiotherapy एक ऐसी चिकित्सा पद्धति हैं, जिसके माध्यम से व्यायाम, मालिश और स्ट्रैचिंग के द्वारा रोग का इलाज किया जाता है।
फिजियोथैरेपी में ना तो दवाइयों के सेवन की जरूरत होती है और ना ही किसी प्रकार की सर्जरी करने की जरूरत होती है।
Physiotherapy चिकित्सा के माध्यम से मरीज को कुछ नियमित योग आसन और व्यायाम के माध्यम से स्वस्थ किया जा सकता है।
Who is Physiotherapist in Hindi | फिजियोथैरेपिस्ट कौन होता है
फिजियोथैरेपिस्ट एक चिकित्सक होता है। जो फिजियोथैरेपी के माध्यम से मरीज का इलाज करने में सक्षम होता है।
Physiotherapist चिकित्सक ने फिजियोथैरेपी कोर्स में डिग्री या डिप्लोमा किया होता है।
फिजियोथैरेपिस्ट बनने के लिए बीपीटी कोर्स, एमपीटी कोर्स और डीपीटी कोर्स मुख्य तौर पर भारत के शिक्षण संस्थानों में उपलब्ध है।
Physiotherapist का अपना निजी क्लीनिक भी हो सकता है। जबकि वह चाहे तो किसी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में Physiotherapist चिकित्सक के तौर पर कार्य कर सकता है।
What is BPT Course Details in Hindi | बीपीटी कोर्स क्या है
Bachelor of Physiotherapy कोर्स एक स्नातक डिग्री कोर्स है। जिसके माध्यम से फिजियोथैरेपी संबंधित शिक्षा प्राप्त की जाती है। यह कोर्स कुल 4.5 वर्षों का होता है। जिसमें अंत के 6 महीने इंटर्नशिप ट्रेनिंग होती है।
फिजियोथैरेपिस्ट बनने के लिए यह कोर्स सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस कोर्स के माध्यम से फिजियो थेरेपी द्वारा मरीज का इलाज करने के लिए उचित शिक्षा प्राप्त की जा सकती है।
जो विद्यार्थी फिजियोथैरेपी में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। उन्हें फिजियोथैरेपी में डिप्लोमा करने की जगह बीपीटी कोर्स में प्रवेश लेना चाहिए ।
Physiotherapy Course को करने के पश्चात रोजगार के रूप में क्लीनिक, डिस्पेंसरी और अस्पताल में फिजियोथैरेपिस्ट चिकित्सक के तौर पर कार्य किए जा सकते हैं।
बीपीटी कोर्स के पश्चात Physiotherapist चिकित्सक के रूप में अपना निजी क्लीनिक भी खोला जा सकता है।
Eligibility for BPT Course in Hindi | बीपीटी कोर्स कौन कर सकता है
बीपीटी कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थी के पास कुछ योग्यताओं का होना जरूरी है। बीपीटी कोर्स में कौन-कौन सी योग्यताओं का होना आवश्यक होता है। उसका विवरण नीचे दिया गया है।
- विद्यार्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं कक्षा का पास होना आवश्यक होता है।
- 12वीं कक्षा में विद्यार्थी के बाद विज्ञान विषयों का होना अनिवार्य होता है।
- विज्ञान के विषयों में रसायनिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान तीनों का होना जरूरी है।
- विद्यार्थी की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी जरूरी होती है। 17 वर्ष से कम आयु वाले विद्यार्थी को बीपीटी कोर्स में प्रवेश नहीं मिलता है।
- 12वीं कक्षा में विद्यार्थी के कम से कम 50% अंक होने आवश्यक होते हैं। कुछ कॉलेज में यह सीमा 60% हो सकती है।
- कुछ कॉलेज में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा को पास करना अनिवार्य है।
जो भी विद्यार्थी ऊपर दी गई इन सभी शर्तों को पूरा करता है। उसे BPT Course में प्रवेश मिल जाता है। प्रवेश परीक्षा के अलावा अन्य कॉलेज बारहवीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर सीट आवंटित करते हैं।
BPT Course Duration or Physiotherapy Course Duration | बीपीटी कोर्स में कितना समय लगता है
Bachelor of Physiotherapy कोर्स को कुल 4.5 वर्षों की अवधि में पूरा किया जा सकता है। इन 4.5 वर्षों में से 4 वर्षों तक सैद्धांतिक शिक्षा और प्रशिक्षण कॉलेज या शिक्षण संस्थान में दिया जाता है।
इन 4 वर्षों को छह छह महीने के 8 सेमेस्टर में विभाजित करके पाठ्यक्रम पूरा कराया जाता है।
जबकि अंत के 6 महीने किसी अस्पताल में इंटर्नशिप ट्रेनिंग में फिजियोथैरेपी का अनुभव लेना होता है।
बारहवीं कक्षा के पश्चात अगर बीपीटी कोर्स के लिए ऐसे कॉलेज का चयन किया जाता है, जहां पर प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है। तो ऐसी स्थिति में प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने में अतिरिक्त समय लग सकता है।
Physiotherapy Course Fees | बीपीटी कोर्स की फीस कितनी होती है
बीपीटी कोर्स की फीस की बात की जाए, तो हम भारत में Physiotherapy Course Fees का निर्धारण शिक्षण संस्थान अपने पाठ्यक्रम और विद्यार्थी को दी जाने वाली सुविधा के अनुसार करते हैं।
भारत में बीपीटी कोर्स के विभिन्न प्रकार के कॉलेज है। जिनकी Physiotherapy Course Fees अलग-अलग है। इसलिए बीपीटी कोर्स फीस का कोई एक आंकड़ा बता पाना आसान कर नहीं है।
औसत के अनुसार बीपीटी कोर्स फीस लगभग ₹20000 से लेकर ₹700000 तक हो सकती है।
अधिक जानकारी के लिए उदाहरण के तौर पर नीचे कुछ कॉलेज के नाम और उनके द्वारा ली जाने वाली बीपीटी फिजियो थेरेपी कोर्स फीस का विवरण दिया गया है।
College | BPT Course Fees |
---|---|
Himalayan University, Itanagar | Rs. 60,000 |
Dolphin PG Institute of BioMedical & Natural Sciences, Dehradun | Rs. 2.60 Lakh |
Jayoti Vidyapeeth Women’s University, Jaipur | Rs. 2.40 Lakh |
Topiwala National Medical College, Mumbai | Rs. 1.10 Lakh |
YBN University, Ranchi | Rs. 1.60 Lakh |
PDM University, Bahadurgarh | Rs. 3.60 Lakh |
Era University, Lucknow | Rs. 3.60 Lakh |
ऊपर दिया गया Physiotherapy Course फीस का विवरण सिर्फ उदाहरण मात्र था। फीस से संबंधित उचित जानकारी कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अवश्य प्राप्त करें।
ऊपर दी जानकारी और कॉलेज की वर्तमान फीस में अंतर हो सकता है। क्योंकि कॉलेज समय-समय पर अपनी फीस में बदलाव करते रहते हैं।
हमारे इस पोस्ट BPT Course Details in Hindi में अब आगे बीपीटी सिलेबस के बारे में जानेंगे। कि आखिर बीपीटी कोर्स में क्या पढ़ाया जाता है । आगे बीपीटी पाठ्यक्रम विवरण हिंदी में विस्तार पूर्वक दिया गया है।
BPT Syllabus Details in Hindi | बीपीटी पाठ्यक्रम विवरण हिंदी में
बीपीटी कोर्स में पढ़ाए जाने वाला पाठ्यक्रम पूरी तरह से मानव चिकित्सा से संबंधित होता है।
बीपीटी सिलेबस में जो मुख्य विषय होते हैं, उस बीपीटी पाठ्यक्रम हिंदी में निम्न है।
- शरीर रचना (Anatomy)
- शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology)
- पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी (Pathology and Microbiology)
- औषध (Pharmacology)
- हड्डी रोग (Orthopedics)
- सामान्य दवाएं (General Medicines)
- सामान्य शल्य चिकित्सा (General Surgery)
- तंत्रिका-विज्ञान (Neurology)
जैसा कि आप ऊपर जान चुके हैं, बीपीटी कोर्स को 4 वर्षों का होता है। प्रत्येक वर्ष में BPT Syllabus अलग-अलग होता है। आइए वर्ष के अनुसार बीपीटी सिलेबस की जानकारी प्राप्त करते हैं।
BPT Syllabus 1st Year
- शरीर रचना (Anatomy)
- शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology)
- जीव रसायन (Biochemistry)
- सामान्य नर्सिंग(Basic Nursing)
- अंग्रेजी(English)
- जैवयांत्रिकी (Biomechanics)
- मनोविज्ञान (Psychology)
- समाजशास्त्र (Sociology)
- फिजियोथेरेपी के लिए उन्मुखीकरण (Orientation to Physiotherapy)
BPT Syllabus 2nd Year
- विकृति विज्ञान (Pathology)
- व्यायाम चिकित्सा (Exercise Therapy)
- कीटाणु विज्ञान (Microbiology)
- विद्युत चिकित्सा (Electrotherapy)
- औषध (Pharmacology)
- अनुसंधान पद्धति और जैव सांख्यिकी (Research Methodology and Biostatistics)
- प्रथम उपचार और CPR (First Aid and CPR)
- उपचार का परिचय (Introduction to treatment)
- भारत का संविधान (Constitution of India)
- नैदानिक अवलोकन पोस्टिंग (Clinical Observation Posting)
BPT Syllabus 3rd Year
- सामान्य दवाएं (General Medicine)
- हड्डी रोग (Orthopedics )
- खेल भौतिक चिकित्सा (sports physiotherapy)
- सामान्य शल्य चिकित्सा (General Surgery)
- पर्यवेक्षित रोटरी नैदानिक प्रशिक्षण (Supervised Rotary clinical training)
- हड्डी रोग और आघात विज्ञान (Orthopedics and traumatology)
- संबद्ध चिकित्सा (Allied Therapies)
BPT Syllabus 4th Year
- न्यूरोलॉजी और न्यूरोसर्जरी (Neurology and neurosurgery)
- पर्यवेक्षित रोटरी नैदानिक प्रशिक्षण (Supervised Rotary clinical Training)
- सामुदायिक चिकित्सा (Community medicine)
- नैतिकता, प्रशासन और पर्यवेक्षण (Ethics, Administration, and supervision)
- न्यूरो- फिजियोलॉजी (Neuro- Physiology)
- साक्ष्य आधारित फिजियोथेरेपी और अभ्यास (Evidence-based physiotherapy and practice)
- समुदाय आधारित पुनर्वास (Community-based rehabilitation)
- अनुसंधान परियोजना (Research project)
ऊपर बीपीटी पाठ्यक्रम विवरण हिंदी में दी गई जानकारी के अनुसार ही कॉलेज में BPT Course के दौरान शिक्षा प्रदान की जाती है।
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How to Do BPT Course | बीपीटी कोर्स कैसे करें
जो विद्यार्थी Bachelor of Physiotherapy कोर्स करना चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि बीपीटी कोर्स कैसे करें। उनके लिए नीचे चरणबद्ध तरीके से जानकारी दी गई है।
- दसवीं कक्षा के पश्चात 11वीं और 12वीं कक्षा में विज्ञान विषयों के साथ पढ़ाई करनी होगी।
- विज्ञान विषयों में जीव विज्ञान भौतिक विज्ञान और रासायनिक विज्ञान तीनों विषयों से पढ़ाई करनी होगी।
- बारहवीं कक्षा कम से कम 50% अंकों से पास करनी होगी।
- 12वीं कक्षा पास करने के पश्चात बीपीटी कोर्स हेतु शिक्षण संस्थान का चुनाव करना होगा।
- शिक्षण संस्थान की मान्यता फीस और पाठ्यक्रम के बारे में उचित जानकारी अवश्य प्राप्त करें।
- उचित शिक्षा प्राप्त करने के लिए सरकारी कॉलेज या किसी प्रतिष्ठित निजी संस्थान से शिक्षा ग्रहण करें।
- प्रतिष्ठित कॉलेज में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित होती हैं। उसके लिए समय अवधि के अंतर्गत आवेदन करें।
- कॉलेज द्वारा सुझाए गए पाठ्यक्रम के अनुसार प्रवेश परीक्षा की तैयारी करें।
- प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ सफलता प्राप्त करें। मेरिट लिस्ट में बेहतर स्थान के साथ कॉलेज में प्रवेश प्राप्त करें।
- प्रवेश प्राप्त करने के पश्चात बीपीटी कोर्स के पाठ्यक्रम को 4 वर्षों तक लगन के साथ पूरा करें। इस पाठ्यक्रम के दौरान होने वाली परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करें।
- 4 वर्षों के पश्चात 6 महीने के लिए किसी हॉस्पिटल से इंटर्नशिप ट्रेनिंग द्वारा अनुभव प्राप्त करें।
- इसके पश्चात आपको कॉलेज के द्वारा बीपीटी कोर्स की स्नातक डिग्री प्रदान की जाएगी।
- स्नातक डिग्री प्राप्त होने पर आप एक Physiotherapist के तौर पर कार्य करने के लिए सक्षम कहलाएंगे।
ऊपर बताए गए चरणों के आधार पर Physiotherapy Course को पूरा कर Physiotherapist बना जा सकता है।
Scope of BPT Course | बीपीटी कोर्स का स्कोप क्या है
पूरी दुनिया में लगभग आधे से ज्यादा लोग किसी ना किसी रोग से ग्रस्त हैं। इन रोगों की रोकथाम के लिए उन्हें उपचार कराने हेतु डॉक्टर के संपर्क में आना पड़ता है।
मरीजों को उपचार के तौर पर अनेकों प्रकार की दवाइयों का सेवन करना पड़ता है। तथा गंभीर बीमारी के लिए कई प्रकार की सर्जरी करनी पड़ती है।
लगातार दवाइयां खाना और उनका खर्च उठाना लोगों को एक मुश्किल कार्य लगता है। फिजियोथैरेपी चिकित्सा क्षेत्र की एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जिसके माध्यम से बिना दवाइयों का सेवन किए बीमारी का इलाज संभव होता है।
फिजियोथैरेपी के माध्यम से व्यायाम, शरीर की मालिश और स्ट्रैचिंग के द्वारा मरीज को स्वस्थ किया जा सकता है।
आजकल लोग भी दवाइयों पर निर्भर होने की बजाय फिजियोथेरेपी के द्वारा उपचार करवाने हेतु अपनी रुचि दिखा रहे हैं।
आने वाले समय में फिजियोथैरेपी चिकित्सा क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ पद्धति बन जाए, तो यह कोई हैरानी वाली बात नहीं होगी।
जो भी विद्यार्थी Physiotherapist के रूप में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। उनके लिए यह Physiotherapy Course एक बेहतरीन विकल्प है। आने वाले समय में दुनिया भर में फिजियोथैरेपिस्ट चिकित्सक की मांग हमेशा रहेगी।
Career after BPT Course | बीपीटी कोर्स के बाद क्या करें
बीपीटी कोर्स को पूरा करने के पश्चात विद्यार्थी के पास कैरियर के रूप में अनेकों प्रकार के विकल्प होते हैं। वह चाहे तो फिजियोथैरेपी के क्षेत्र में और शिक्षा प्राप्त करने के लिए अग्रिम पढ़ाई कर सकता है।
अग्रिम पढ़ाई करने के लिए BPT Course के पश्चात एमपीटी कोर्स की मास्टर डिग्री हासिल की जा सकती है। एमपीटी की फुल फॉर्म मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी होती है।
अग्रिम पढ़ाई के अलावा विद्यार्थी बीपीटी कोर्स के पश्चात रोजगार के रूप में अपना निजी क्लीनिक खोल सकता है। अपना निजी क्लीनिक खोलकर फिजियोथैरेपिस्ट चिकित्सक के रूप में मरीजों का इलाज कर सकता है।
अपना क्लीनिक खोलना एक अच्छा और फायदेमंद निर्णय माना जाता है। क्योंकि क्लीनिक के माध्यम से अच्छी कमाई की जा सकती है। जो किसी हॉस्पिटल में कार्य करके प्राप्त होने वाले वेतन से अधिक हो सकती है।
Jobs after BPT Course | बीपीटी कोर्स के बाद जॉब्स
BPT Course करने के पश्चात Physiotherapist चिकित्सक के तौर पर क्लीनिक, डिस्पेंसरी, सरकारी अस्पताल तथा निजी अस्पताल में कार्य किया जा सकता है।
भारत में ऐसे बहुत से हॉस्पिटल और मेडिकल संस्थान है। जहां पर बीपीटी कोर्स करने के बाद रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए उदाहरण के तौर पर नीचे कुछ विभागों के नाम दिए गए हैं। जहां पर बीपीटी कोर्स के पश्चात रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।
- प्राइवेट क्लीनिक
- सरकारी अस्पताल
- निजी अस्पताल
- ओर्थपेडीक डिपार्टमेंट्स
- मेडिकल शिक्षण संस्थान
- स्पोर्ट्स अकैडमी
- फिटनेस सेंटर्स
इन विभागों के अलावा और भी बहुत सारे विभाग हैं। जहां पर फिजियोथैरेपी कोर्स करने के पश्चात रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।
ऊपर दिए गए इन विभागों में किस प्रकार की जॉब भूमिकाएं ऑफर होती हैं। उनके बारे में भी जानना आवश्यक है। नीचे उदाहरण के तौर पर BPT Course के पश्चात मिलने वाली जॉब भूमिकाओं के कुछ नाम दिए गए हैं।
- थेरेपी मैनेजर
- कस्टमर केयर असिस्टेंट
- रिसर्च असिस्टेंट
- स्पोर्ट्स फिजियो रेहाबिलिटटर
- ओस्टेओपैथ
- असिस्टेंट फ़िज़ियोथेरेपिस्ट
- सेल्फ एम्प्लॉयड प्राइवेट फ़िज़ियोथेरेपिस्ट
- लेक्चरर
- रेसेअर्चेर
यह नाम सिर्फ उदाहरण के तौर पर दिए गए हैं। इनके अलावा और भी बहुत सारी जॉब भूमिका भारत और भारत के बाहर बीपीटी कोर्स की स्नातक डिग्री करने वाले विद्यार्थी को रोजगार के रूप में प्राप्त होती हैं।
BPT Salary in India | बीपीटी की सैलरी कितनी होती है
बीपीटी कोर्स करने के पश्चात रोजगार के दौरान मिलने वाली सैलरी के बारे में भी जानना आवश्यक है। कि आखिर एक फिजियोथैरेपिस्ट कितनी कमाई करता है।
बीपीटी कोर्स करने के पश्चात अनेकों विभागों में विभिन्न प्रकार की जॉब प्राप्त की जा सकती है। उन जॉब का वेतन भी अलग अलग होता है।
किसी जॉब का वेतन काफी अधिक होता है। जबकि कुछ जॉब्स में वेतन साधारण प्राप्त होता है। इसलिए बीपीटी सैलेरी का कोई एक आंकड़ा बता पाना असंभव है।
औसत के अनुसार बात की जाए, तो एक फिजियोथैरेपिस्ट की सैलरी लगभग ₹200000 प्रति वर्ष से लेकर 1000000 रुपए प्रति वर्ष तक हो सकती है।
कुछ साल का अनुभव प्राप्त होने के पश्चात कई फिजियोथैरेपिस्ट की सैलरी 1000000 रुपए प्रति वर्ष से भी अधिक हो जाती है।
Top College for BPT Course in India | बीपीटी कोर्स के टॉप कॉलेज
Bachelor of Physiotherapy कोर्स के माध्यम से अच्छा वेतन प्राप्त करने के लिए एक अच्छी नौकरी की जरूरत होती है। एक अच्छी नौकरी प्राप्त करने के लिए उचित शिक्षा आवश्यक है। और उचित शिक्षा प्राप्त करने के लिए इस बीपीटी कोर्स को किसी प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान से करना आवश्यक है।
भारत में अनेकों ऐसे शिक्षण संस्थान है, जो बीपीटी कोर्स के लिए सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं।
अधिक जानकारी के लिए उदाहरण के तौर पर नीचे कुछ कॉलेजों के नाम दिए गए हैं। जहां से फिजियोथैरेपी कोर्स की उचित शिक्षा प्राप्त की जा सकती है।
List of Top BPT Course College in India
- St Johns Medical College, Bangalore
- MS Ramaiah Medical College, Bangalore
- IMS BHU – Institute of Medical Sciences Banaras Hindu University
- HIMSR New Delhi – Hamdard Institute of Medical Sciences and Research
- Shree Guru Gobind Singh Tricentenary University, Gurgaon
- GSMC Mumbai – Seth GS Medical College
- MMC Chennai – Madras Medical College
- AIIPMR Mumbai – All India Institute of Physical Medicine and Rehabilitation
- IPGMER Kolkata – Institute of Post Graduate Medical Education and Research
- LTMMC Mumbai – Lokmanya Tilak Municipal Medical College
हमारा यह आर्टिकल BPT Course Details in Hindi पर आधारित था। इस पोस्ट के माध्यम से आपने बीपीटी फुल फॉर्म, फिजियोथैरेपी, Physiotherapist, बीपीटी सिलेबस इत्यादि विषयों पर विस्तारित जानकारी प्राप्त की।
बीपीटी कोर्स डिटेल्स इन हिंदी पर आधारित हमारा यह आर्टिकल अब यहीं पर समाप्त होता है।
अगर आपका कोई सवाल ऐसा है, जिसका जवाब हमारे इस आर्टिकल पर नहीं दिया गया है। तो आप अपना सवाल नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमारी टीम तक जरूर पहुंचाएं।
हमारी टीम के द्वारा जल्द से जल्द आपके सवाल का जवाब आप तक पहुंचाया जाएगा।
अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं, जो फिजियोथैरेपिस्ट बनना चाहता है। और उसे हमारे इस आर्टिकल में दी गई जानकारी की जरूरत है। तो उस व्यक्ति तक हमारे इस आर्टिकल को किसी भी माध्यम से जरूर पहुंचाएं।
FAQ
फिजियोथैरेपिस्ट कैसे बने?
फिजियोथैरेपिस्ट बनने के लिए बारहवीं कक्षा के पश्चात फिजियोथैरेपी कोर्स की डिग्री या डिप्लोमा किया जा सकता है। 12वीं कक्षा में विज्ञान विषयों का होना जरूरी है।
क्या वाणिज्य से 12वीं करने के पश्चात बीपीटी कोर्स कर सकते हैं?
जी नहीं! बारहवीं कक्षा में विज्ञान विषयों का होना अनिवार्य होता है। वाणिज्य के साथ 12वीं करने के पश्चात बीपीटी कोर्स नहीं किया जा सकता है।
क्या बिना प्रवेश परीक्षा बीपीटी कोर्स किया जा सकता है?
जी हां! ऐसे बहुत से शिक्षण संस्थान हैं, जो बारहवीं कक्षा के आधार पर बीपीटी कोर्स में डायरेक्ट प्रवेश देते हैं।
बीपीटी कोर्स की फुल फॉर्म क्या है?
बीपीटी कोर्स की फुल फॉर्म Bachelor of Physiotherapy होता है। जिसे हिंदी में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी उच्चारित किया जाता है।
बीपीटी कोर्स करने में कुल कितना समय लगता है?
बीपीटी कोर्स को पूरा करने में कुल 4.5 वर्षों का समय लगता है। जिसमें 4 वर्ष कॉलेज के पाठ्यक्रम में लगते हैं। जबकि अंत के 6 महीने इंटर्नशिप ट्रेनिंग करनी होती है ।