BSMS Course Details in Hindi | बी एस एम एस क्या है, BSMS Full Form in Medical


BSMS Full Form in Medical,  बी एस एम एस कोर्स क्या है, BACHELOR OF SIDDHA MEDICINE AND SURGERY, Course Fees, BSMS Course Details in Hindi

भारत में चिकित्सा से संबंधित अनेकों प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं जिनके माध्यम से डॉक्टर बनने का सपना पूरा किया जा सकता है। इनमें से प्रमुख कोर्स एमबीबीएस, बीडीएस, एमडीएस, बीएचएमएस, बी एस एम एस, बीएएमएस, बी यू एम एस सभी प्रकार के कोर्स उपलब्ध है। आज का हमारा यह आर्टिकल BSMS Course Details in Hindi पर आधारित होने वाला है।

Bsms कोर्स चिकित्सा से संबंधित अंडर ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है। इस कोर्स में सिद्ध चिकित्सा प्रणाली से संबंधित शिक्षा प्रदान की जाती है। यह कोर्स 4.5 वर्षों में पूरा किया जा सकता है। इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थी का विज्ञान विषयों के साथ 12वीं कक्षा पास होना आवश्यक होता है।

अगर आप बारहवीं कक्षा के पश्चात चिकित्सा के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं और बी एस एम एस कोर्स में रुचि रखते हैं। तो हमारा यह आर्टिकल आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है।

इस कोर्स में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना आवश्यक है। जिनका विवरण निम्न है।

  • बीएसएमएस कोर्स क्या है
  • बी.एस.एम.एस. फुल फॉर्म क्या है
  • बीएसएमएस कितने साल का कोर्स है
  • BSMS Course Fees कितनी है
  • बीएसएमएस सिलेबस क्या है
  • बी एस एम एस सैलरी कितनी होती है

ऊपर दिए गए इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हमारे इस आर्टिकल में एक-एक करके विस्तारित जानकारी दी गई है। इसलिए इस कोर्स में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों से अनुरोध है कि उचित जानकारी के लिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।

BSMS कोर्स क्या है यह जानने से पहले इस कोर्स की फुल फॉर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है यह सबसे पहले BSMS Full Form in medical से संबंधित जानकारी प्राप्त करते हैं

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BSMS Full Form in Medical | बी एस एम एस की फुल फॉर्म क्या है

बी एस एम एस की फुल फॉर्म BACHELOR OF SIDDHA MEDICINE AND SURGERY है। जो एक अंग्रेजी भाषा का वाक्य है। इसे बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी उच्चारित किया जाता है।

BSMS Full Form in Hindi: हिंदी में बी एस एम एस की फुल फॉर्म सिद्ध औषध प्रणाली और शल्य चिकित्सा में स्नातक होता है

BSMS Full Form in Medical:BACHELOR OF SIDDHA MEDICINE AND SURGERY
BSMS Full Form in Hindi:सिद्ध औषध प्रणाली और शल्य चिकित्सा में स्नातक

What is BSMS Course Details in Hindi | बीएसएमएस कोर्स क्या है

बीएसएमएस कोर्स चिकित्सा शिक्षा पर आधारित एक स्नातक डिग्री कोर्स है। यह कोर्स आयुष प्रणाली पर आधारित चिकित्सा पद्धति में सबसे प्राचीन सिद्ध प्रणाली पर आधारित है।

सिद्ध चिकित्सा पद्धति के अनुसार मनुष्य के शरीर की शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रक्रियाओं को सात तत्वों तथा 3 मुक्कुट्ट्रम में विभाजित किया जाता है। जिनका विवरण निम्न है।

सिद्ध चिकित्सा के अनुसार 7 तत्त्व

नामहिंदी अर्थअंग्रेजी
सरमप्लाज्माPlasma
पनीररक्तBlood
ऊनमांसपेशीMuscle
कोझुप्पुवसाFat
एलुम्बुहड्डीBone
मूलईतंत्रिकाNerve
इनथिरियमवीर्यSemen


 

सिद्ध चिकित्सा के तीन मुक्कुट्ट्रम

नामहिंदी अर्थअंग्रेजी
वातवायुAir
पीठअग्नि या ऊष्मा या ऊर्जाFire Or warmth Or vitality
कफजलWater

सिद्ध प्रणाली के अनुसार ऊपर बताए गए सात तत्वों को यह तीन मुक्कुट्टम क्रियाशील बनाते हैं। इन तीनों में से अगर कोई भी संतुलित नहीं होता है, तो वह शरीर में रोग का कारण बनता है। सिद्ध चिकित्सा प्रणाली की शिक्षा के अनुसार रोगी के मुक्कुट्टम को ठीक कर के उसके शरीर को स्वस्थ किया जाता है।

बी एस एम एस कोर्स यानी सिद्ध चिकित्सा प्रणाली के बारे में जानने के पश्चात अब इस कोर्स में प्रवेश लेने हेतु योग्यता और इस कोर्स में लगने वाले समय के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

BSMS Course Eligibility in Hindi |  BSMS कौन कर सकता है

योग्यता के रूप में चिकित्सा से संबंधित कोर्स होने के कारण इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने हेतु स्कूली शिक्षा में विज्ञान विषयों का होना आवश्यक है। इस कोर्स में प्रवेश हेतु जो भी नियम व शर्तें होती हैं। उन सब का विवरण नीचे दिया गया है।

  • विद्यार्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा का पास होना आवश्यक है।
  • 12वीं कक्षा में विद्यार्थी के कम से कम 50% अंक होने आवश्यक होते हैं।
  • 12वीं कक्षा में जीव विज्ञान भौतिक विज्ञान और रसायनिक विज्ञान जैसे विषयों का होना आवश्यक है।
  • इन विषयों में कम से कम 50% अंक प्रत्येक विषय में होना अनिवार्य है।
  • आवेदन हेतु विद्यार्थी की आयु कम से कम 17 वर्ष या उससे अधिक होनी आवश्यक है।
  • आयुष मंत्रालय द्वारा निर्देशित प्रवेश परीक्षा में योग्यता अनुसार अंक प्राप्त करने आवश्यक होते हैं।
  • प्रवेश परीक्षा में निर्देशित अंक प्राप्त करने के पश्चात आवेदन हेतु काउंसलिंग में भाग लेना होता है।

ऊपर बताई गई सभी नियम और शर्तों को जो भी विद्यार्थी पूरा करता है। उसे बी एस एम एस कोर्स में प्रवेश प्राप्त हो जाता है।

BSMS Course Duration in Hindi | बीएसएमएस कितने साल का कोर्स है

बी एस एम एस कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है। इन 4.5 वर्षों के पश्चात कॉलेज में सिद्ध चिकित्सा प्रणाली की शिक्षा प्रदान की जाती है। यह शिक्षा पूरी होने के पश्चात 1 वर्ष की इंटर्नशिप ट्रेनिंग करना आवश्यक होता है।

इंटर्नशिप ट्रेनिंग के दौरान विद्यार्थी को सिद्ध चिकित्सा प्रणाली के अनुसार मरीज का इलाज करने की व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है। इस ट्रेनिंग के माध्यम से विद्यार्थी विभिन्न प्रकार के मनुष्य जीवन के रोगों से व्यवहारिक रुप से अनुभव से रूबरू होता है।

कॉलेज की एकेडमिक शिक्षा में कुल 4.5 वर्ष और 1 वर्ष की इंटर्नशिप ट्रेनिंग को मिलाकर इस कोर्स को लगभग 5.5 वर्षों में पूरा किया जा सकता है।

लेकिन इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा की तैयारी में भी विद्यार्थियों को सालों लग सकते हैं। जो समय इस समय में जोड़ा नहीं गया है।

BSMS course duration की जानकारी के पश्चात अब आगे इस कोर्स में आने वाले खर्च BSMS Course Fees के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

BSMS Course Fees in Hindi | बीएसएमएस कोर्स की फीस कितनी है

बी एस एम एस कोर्स फीस कॉलेज के द्वारा प्रदान की जाने वाली शिक्षा की सुविधाओं तथा अन्य कई मापदंडों पर निर्भर करती है। अन्य चिकित्सा से संबंधित डिग्रियों के मुकाबले इस डिग्री की फीस काफी कम होती है।

सरकारी कॉलेजों में निजी कॉलेजों के मुकाबले फीस काफी कम होती है। सभी कॉलेज अपने द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर फैकल्टी और सिलेबस आदि अनुसार फीस निर्धारित करते हैं।

सरकारी शिक्षण संस्थानों में BSMS Course Fees लगभग ₹10000 प्रति वर्ष से शुरू हो जाती है। वही कई निजी शिक्षण संस्थानों में बीएचएमएस कोर्स फीस लगभग ₹350000 प्रतिवर्ष से भी अधिक होती है।

इसके अलावा इस कोर्स पर आने वाले खर्च की बात करें तो एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश प्राप्त करने हेतु प्रवेश परीक्षा के रूप में भारत की सबसे कठिन परीक्षा में से एक नीट की तैयारी में एक अच्छा खासा खर्च आता है।

नीट प्रवेश परीक्षा की तैयारी कुछ विद्यार्थी तो स्वयं मेहनत करके ₹5000 से लेकर ₹10000 के बीच कर लेते हैं। जबकि कुछ विद्यार्थियों को इस प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने में भी लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं।

BSMS Course Details in Hindi पर आधारित हमारे इस आर्टिकल में अब तक आपने इस कोर्स से संबंधित फुल फॉर्म, BSMS Course Fees, कोर्स में लगने वाले समय और योग्यता से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की।

इन जानकारियों के पश्चात अब आगे आर्टिकल में सिद्ध चिकित्सा प्रणाली में पढ़ाए जाने वाले विषय और पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई है।

BSMS Syllabus Details in Hindi | bs-ms के पाठ्यक्रम की जानकारी

बी एस एम एस कोर्स का सिलेबस सिद्ध चिकित्सा प्रणाली के तथ्यों पर आधारित विषयों के अनुसार होता है सिलेबस जाने से पहले बी एस एम एस सब्जेक्ट के बारे में भी जानना आवश्यक है नीचे हम कुछ प्रमुख BACHELOR OF SIDDHA MEDICINE AND SURGERY विषयों की सूची दे रहे हैं।

BSMS Subjects list

  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियां और अनुसंधान (National Health Policies and Research)
  • आधुनिक पैथोलॉजी (Modern Pathology)
  • अनुसंधान क्रियाविधि (Research Methodology)
  • विष विज्ञान और फोरेंसिक (Toxicology and Forensics)
  • सामुदायिक चिकित्सा और स्वच्छता (Community Medicine and Hygiene)
  • प्रसूति एवं स्त्री रोग (Obstetrics and Gynecology)
  • फार्माकोग्नॉसी (Pharmacognosy )
  • चिकित्सा सांख्यिकी की रिपोर्ट (Report of Medical Statistics)
  • औषधीय वनस्पति विज्ञान (medicinal botany)
  • वर्म थेरेपी (Worm Therapy)
  • सिद्ध मेडिसिन फंडामेंटल्स (Siddha Medicine Fundamentals)
  • सिद्ध पैथोलॉजी (Siddha Pathology)

ऊपर बताए गए इन विषयों के अनुसार ही बी एस एम एस का पाठ्यक्रम निर्धारित किया जाता है इन विषयों के अलावा भी और बहुत से विषय इस स्नातक डिग्री के अंतर्गत आते हैं
विषयों की जानकारी के पश्चात अब आगे BACHELOR OF SIDDHA MEDICINE AND SURGERY Syllabus की वार्षिक क्रम में जानकारी दी गई है

BSMS Syllabus in Hindi

First Year Syllabus

  • सिद्ध चिकित्सा का इतिहास और मौलिक सिद्धांत
  • जैव-रसायन विज्ञान
  • औषधीय वनस्पति विज्ञान और भेषज विज्ञान
  • सूक्ष्म जीव विज्ञान

Second Year Syllabus

  • पेपर -I एनाटॉमी
  • पेपर -II एनाटॉमी
  • पेपर -I फिजियोलॉजी
  • पेपर -II फिजियोलॉजी
  • सिद्ध औषधीय हर्बल विज्ञान
  • सिद्ध औषधीय भूविज्ञान, औषधीय रसायन विज्ञान और औषधीय जूलॉजी

Third Year Syllabus

  • पेपर -I सिद्ध पैथोलॉजी
  • पेपर- II आधुनिक विकृति विज्ञान के सिद्धांत
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियों और सांख्यिकी सहित स्वच्छता और सामुदायिक चिकित्सा
  • फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी
  • अनुसंधान पद्धति और चिकित्सा-सांख्यिकी

Fourth Year Syllabus

  • चिकित्सा
  • वर्मम थेरेपी, बाहरी थेरेपी और विशेष दवा
  • दंत चिकित्सा और त्वचाविज्ञान सहित सर्जरी
  • प्रसूति एवं स्त्री रोग
  • बाल रोग

ऊपर बताए गए पाठ्यक्रम के इन्हीं प्रमुख बिंदुओं के आधार पर ही लगभग हर कॉलेज में बी एस एम एस सिलेबस निर्धारित किया जाता है।

अब तक आप बी एस एम एस कोर्स डिटेल्स आधारित इस आर्टिकल में कोर्स फीस फुल फॉर्म योग्यता अवधि विषय और पाठ्यक्रम से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर चुके हैं।

आर्टिकल में अब आगे इस कोर्स के पश्चात कैरियर विकल्प से संबंधित जानकारी दी गई है।

Carrier Option after BSMS Course | bs-ms के बाद क्या करें

करियर विकल्प की बात की जाए तो सिद्ध चिकित्सा प्रणाली में बी एस एम एस की डिग्री हासिल करने के पश्चात विद्यार्थी विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर अपना भविष्य सुरक्षित कर सकता है। नीचे हम कुछ प्रमुख रोजगार की जानकारी बिंदुओं में दे रहे हैं।

  • डिग्री के पश्चात सरकारी अस्पतालों में सिद्ध चिकित्सा प्रणाली के विशेषज्ञ डॉक्टर के तौर पर रोजगार प्राप्त किया जा सकता है
  • डिग्री के माध्यम से सरकारी के अलावा निजी स्वास्थ्य संस्थानों में सिद्ध चिकित्सा पद्धति के अनुसार इलाज करने हेतु विशेषज्ञ के तौर पर कार्यरत  होने का अवसर मिलता है
  • इस डिग्री को पूरा करने के पश्चात विद्यार्थी स्वयं का क्लीनिक खोल कर उसमें इस विशेष चिकित्सा पद्धति के अनुसार मरीजों का इलाज कर सकते हैं।
  • शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में लेक्चरर के तौर पर नौकरी प्राप्त की जा सकती है।
  • वही सरकारी स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न प्रकार के चिकित्सा अधिकारी के पदों पर रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।

विभिन्न प्रकार के रोजगार से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के पश्चात अब आगे डॉक्टर को प्राप्त होने वाली BSMS Salary के बारे में जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है।

BSMS Salary Details in Hindi | बी एस एम एस सैलरी कितनी होती है

बी एस एम एस डॉक्टर की डिग्री पूरी करने के पश्चात विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त किया जा सकता है। उन सभी क्षेत्रों में प्राप्त होने वाले रोजगार में विभिन्न प्रकार के पद होते हैं। उन सभी पदों पर मिलने वाली bs-ms सैलरी भी अलग-अलग होती है।

इस वजह से BSMS Salary का कोई एक आंकड़ा बता पाना आसान कर नहीं है। फिर भी अगर हनुमान के लिए औसत के अनुसार आंकड़ा निकाला जाए तो BSMS Salary लगभग ₹50000 महीना से लेकर ₹700000 प्रति महीना तक अर्जित की जा सकती है।

वहीं अगर आप किसी प्रसिद्ध शहर में अपना क्लीनिक खोलते हैं और कुछ वर्षों के पश्चात प्रचलित हो जाते हैं। तो ₹700000 प्रति माह से भी अधिक कमाई की जा सकती है।

कुल मिलाकर कहा जाए तो चिकित्सा के क्षेत्र में एक सुरक्षित भविष्य बनाने के लिए BACHELOR OF SIDDHA MEDICINE AND SURGERY कोर्स भी एक अच्छा विकल्प है। जिसमें अन्य चिकित्सा डिग्रियों के मुकाबले कुछ कम खर्च आता है।

Top BSMS College in India | बी एस एम एस के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज

भारत में बी एस एम एस कोर्स को करने के लिए विभिन्न प्रकार के शिक्षण संस्थान मौजूद है। उनमें से कुछ प्रमुख शिक्षण संस्थानों की सूची नीचे दी गई है।

  • KUHS Thrissur – Kerala University of Health Sciences
  • Madhya Pradesh Medical Science University, Jabalpur
  • Sri Sai Ram Siddha Medical College, Chennai
  • Government Siddha Medical College, Chennai
  • Santhigiri Siddha Medical College, Tiruvananthapuram
  • R.V.S. Siddha Medical College & Hospital, Coimbatore
  • Velu Mailu Siddha Medical College, Sriperumbudur
  • Sivaraj Siddha Medical College, Salem
  • Government Siddha Medical College, Palani
  • A.T.S.V.S Siddha Medical College, Kanyakumari
  • Government Siddha Medical College, Palayamkottai

ऊपर दिए गए इन शिक्षण संस्थानों के अलावा भी और बहुत से अच्छे शिक्षण संस्थान है जहां से बी एस एम एस डॉक्टर की डिग्री हासिल की जा सकती है।

निष्कर्ष

हमारा यह आर्टिकल BSMS Course Details in Hindi पर आधारित था। जिसमें आपने सिद्ध चिकित्सा प्रणाली पर आधारित इस कोर्स से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की।

यह आर्टिकल अब यहीं पर समाप्त हो रहा है आप जो भी प्रश्न लेकर हमारे इस आर्टिकल पर आए थे उम्मीद करते हैं की आपको उसका संतोषजनक उत्तर प्राप्त हुआ होगा।

नीचे कुछ FAQ के रूप में प्रश्न उत्तर दिए गए हैं जो इस कोर्स में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

इसके अलावा भी अगर कोई ऐसा सवाल है, जिसका उत्तर आपको हमारे इस आर्टिकल में प्राप्त नहीं हुआ है। तो उस प्रश्न को नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से हम तक अवश्य पहुंचाएं।

आपके इस प्रश्न को जल्द से जल्द उत्तर सहित आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।

FAQ

क्या बी एस एम एस एक डॉक्टर होता है?

जी हां! बी एस एम एस एक सिद्ध चिकित्सा प्रणाली पर आधारित स्नातक डिग्री है। इसको पूरा करने के पश्चात सिद्ध चिकित्सा प्रणाली का डॉक्टर बना जा सकता है।

बी एस एम एस कितने साल का कोर्स है?

बी एस एम एस कोर्स को पूरा करने में कुल 5.5 वर्ष का समय लगता है। जिसमें से अंतिम 1 वर्ष अनुभव के लिए इंटर्नशिप ट्रेनिंग होती है।

क्या 12वीं में गणित विषय के साथ बी एस एम एस किया जा सकता है?

12वीं कक्षा में जीव विज्ञान विषय का होना आवश्यक है। जीव विज्ञान विषय के बिना इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त नहीं किया जा सकता है।

क्या बी एस एम एस डॉक्टर अपना क्लीनिक खोल सकते हैं?

जी हां! बी एस एम एस डिग्री हासिल करने के पश्चात अपना स्वयं का क्लीनिक खोला जा सकता है। जिसमें सिद्ध चिकित्सा प्रणाली के अनुसार मरीजों का इलाज किया जा सकता है।

सिद्ध चिकित्सा प्रणाली की खोज किसने की थी?

प्राचीन काल में “सिद्धरगल” या “सिद्धार” भारत के एक शीर्ष वैज्ञानिक थे। जिन्होंने इस प्रणाली की खोज की थी। इसीलिए इस प्रणाली का नाम उनके पर आधारित है।

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