••• MBBS Course Details in Hindi, एमबीबीएस क्या है, एमबीबीएस डॉक्टर कैसे बने, एमबीबीएस का फुल फॉर्म, एमबीबीएस की फीस कितनी है •••
दुनिया में डॉक्टर को भगवान का की एक रूप माना जाता है| जो विद्यार्थी भविष्य में अपना कैरियर डॉक्टर के रूप में बनाना चाहते हैं| उनके लिए डॉक्टर कैसे बने संबंधित जानकारी होना जरूरी है|
वैसे तो दुनिया में भिन्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध है| जिनके द्वारा डॉक्टर बना जा सकता है| उनमें से एक कोर्स एमबीबीएस कोर्स है| आज हमारे इस आर्टिकल में हम mbbs कोर्स की डिटेल इंफॉर्मेशन हिंदी (MBBS Course details in Hindi) में जानेंगे| यह आर्टिकल उन विद्यार्थियों के लिए जो एमबीबीएस कोर्स में रुचि रखते हैं| और एमबीबीएस डॉक्टर कैसे बनते हैं के बारे में जानना चाहते हैं|
भविष्य में डॉक्टर बनने के सपने को साकार करने वाले विद्यार्थियों के मन में एमबीबीएस कोर्स का चयन करने से पहले बहुत सारे प्रश्न होते हैं| जैसे कि
- एमबीबीएस क्या है
- डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस की फीस कितनी है |
- एमबीबीएस वेतन को लेकर कोर्स को पूरा करने के बाद एमबीबीएस डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है|
- अगर इस कोर्स को भारत से किया जाए तब कितनी फीस लगती है| (mbbs Course fees in India)
- विदेशों के मुकाबले एमबीबीएस को भारत में करने में कितना समय लगता है| (mbbs Course duration in India)
इसी तरह के और भी प्रश्न एमबीबीएस कोर्स से संबंधित होते हैं| जो विद्यार्थी के दिमाग में कोर्स का चयन करने से पहले उलझन पैदा करते हैं|
उन विद्यार्थियों की हर प्रकार की समस्या का समाधान करने की कोशिश की गई है| डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस कोर्स से संबंधित हर प्रकार की जानकारी हिंदी भाषा में विस्तार से दी गई है|
जानकारी में आगे बढ़ते हुए सबसे पहले जानते हैं| कि एमबीबीएस क्या है| इस कोर्स की खासियत क्या है| आखिर क्यों इसे डॉक्टर बनने के लिए सर्वश्रेष्ठ कोर्स कहा जाता है|
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What is MBBS Course Details in Hindi | एमबीबीएस कोर्स क्या है
एमबीबीएस कोर्स मेडिकल से संबंधित एक ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है| जिसमें डॉक्टर बनने हेतु मानव शरीर की संरचना और रोग संबंधित अध्ययन कराया जाता है|
इस कोर्स में मनुष्य के शरीर का संपूर्ण अध्ययन कराया जाता है| गर्भधारण से लेकर शिशु अवस्था, किशोरावस्था तथा बुढ़ापे तक के जीवन में मनुष्य के शरीर में आने वाले परिवर्तनों के बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है| शारीरिक रोगों और उनके समाधान की जानकारी विद्यार्थी इस कोर्स में प्राप्त करता है|
एमबीबीएस कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी के पास मरीज का इलाज करने की उचित जानकारी होती है| और इस कोर्स की डिग्री हासिल करने से विद्यार्थी औपचारिक रूप से किसी मरीज का इलाज करने का अधिकार प्राप्त कर लेता है|
एमबीबीएस करने के बाद विद्यार्थी मनुष्य से संबंधित हर प्रकार की बीमारी का इलाज करने में सक्षम होता है| लेकिन किसी भी बीमारी के इलाज का विशेषज्ञ नहीं बनता है| किसी एक बीमारी के इलाज का विशेषज्ञ बनने के लिए एमबीबीएस के बाद विभिन्न प्रकार की विशेषज्ञता वाली डिग्रियां को करना होता है|
एमबीबीएस कोर्स को सिद्धांत (Theory)से ज्यादा व्यवहारिक (Practical) पाठ्यक्रम से कराया जाता है| जिससे विद्यार्थी को मानव शरीर के बारे में अधिक से अधिक उचित ज्ञान प्राप्त हो सके|
इस डिग्री को पूरा करने के बाद विद्यार्थी डॉक्टर के रूप में अपना क्लीनिक खोल सकता है| इस डिग्री के बाद विद्यार्थी को सरकारी नौकरी जैसे सरकारी हॉस्पिटल में डॉक्टर के रूप में कार्य करने के अवसर प्रदान होते हैं|
इस कोर्स की जानकारी प्राप्त करते हुए विद्यार्थी के लिए एमबीबीएस का फुल फॉर्म क्या होता है, की जानकारी होना आवश्यक है| MBBS Course Details में आगे एमबीबीएस फुल फॉर्म के बारे में विस्तार से बताया गया है|
MBBS Full Form | एमबीबीएस का फुल फॉर्म क्या है
एमबीबीएस का फुल फॉर्म Medicinae Baccalaureus Baccalaureus Chirurgiae है| जो एक लैटिन शब्द है| जिस का हिंदी उच्चारण मेडिसिने बैकालॉरियस बैकालॉरियस चिरुर्गिया होता है| अंग्रेजी में एमबीबीएस का फुल फॉर्म Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery होता है| जिसका हिंदी उच्चारण बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी होता है|
अगर हिंदी की बात करें| तो हिंदी में एमबीबीएस का फुल फॉर्म आयुर्विज्ञान तथा शल्य-विज्ञान स्नातक होती है|
इस कोर्स की जानकारी को आगे बढ़ाते हुए| अब इस कोर्स की योग्यता से संबंधित जरूरी जानकारी प्राप्त करते हैं|
MBBS Course Details about Eligiblity | एमबीबीएस कौन कर सकता है
इस कोर्स में प्रवेश लेने से पहले विद्यार्थी के लिए प्रवेश लेने के लिए अनिवार्य योग्यता की जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है| नीचे एमबीबीएस कोर्स करने के लिए योग्यता से संबंधित बिंदुओं की लिस्ट दी गई है|
- एमबीबीएस एक ग्रेजुएशन डिग्री है| जिसके लिए किसी भी अधिकारिक बोर्ड से बारहवीं कक्षा का उर्तीर्ण होना जरूरी है|
- 12वीं कक्षा में विज्ञान के विषयों का होना जरूरी है|
- 12वीं कक्षा में विज्ञान के विषयों में जीव विज्ञान का होना अनिवार्य है|
- 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंक होने चाहिए| आरक्षित श्रेणी के लिए यह अंक लगभग 40% होते हैं|
- विद्यार्थी की आयु 17 वर्ष से कम तथा 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए|
- एम्स में प्रवेश लेने के लिए 12वीं कक्षा में 60% अंक होने चाहिए| आरक्षित वर्ग के लिए 50% अंक अनिवार्य है|
- एमबीबीएस में प्रवेश के लिए नीट प्रवेश परीक्षा को पास करना होता है|
- पांडिचेरी और एम्स दिल्ली में प्रवेश लेने के लिए क्रमशः जिप्मेर (JIPMER) और ऐम्स (AIIMS) की प्रवेश परीक्षा को क्लियर करना अनिवार्य है|
इन बिंदुओं में दी गई जानकारी के अनुसार विद्यार्थी एमबीबीएस कोर्स में दाखिला ले सकता है| लेकिन एमबीबीएस कोर्स में किन विद्यार्थियों को प्रवेश लेना चाहिए| उनके बारे में नीचे बताया गया है|
एमबीबीएस किसको करनी चाहिए
जैसा कि आप जानते हैं| यह कोर्स मानव शरीर से संबंधित होता है| इसलिए मानव शरीर की संरचना और उसकी बीमारियों के इलाज में रुचि रखने वाले विद्यार्थी को ही इस कोर्स में प्रवेश लेना चाहिए|
इस कोर्स को करने के लिए काफी लंबा समय लगता है| जिसके लिए रुचि के बिना मानव शरीर संबंधित उचित जानकारी प्राप्त करने में ध्यान केंद्रित रखना मुश्किल होता है| इसलिए डॉक्टरी में रुचि रखने वाले विद्यार्थी को ही इस कोर्स का चयन करना चाहिए|
डॉक्टर को भगवान के रूप में देखा जाता है| इसलिए अगर बिना रुचि के MBBS करने पर विद्यार्थी मानव शरीर के बारे में उचित ज्ञान प्राप्त नहीं कर पाएगा| जिससे वह मरीज का सही इलाज नहीं कर पाएगा|
एक अच्छा डॉक्टर बनने के लिए विद्यार्थी में धैर्य, करुणा, सीखने की ललक, मददगार स्वभाव, सहनशक्ति, मानसिक सतर्क तथा किसी भी टीम में कार्य करने की सहजता आदि प्रकार के गुण होने चाहिए|
ऊपर बताए गए गुण अगर विद्यार्थी में हैं| तो वह एमबीबीएस कोर्स की इस डिग्री को आसानी से प्राप्त कर लेगा| लेकिन अगर यह गुण नहीं है| तो उसे यह मुश्किल डिग्री और भी मुश्किल लगने लगेगी| जिससे वह या तो इस डिग्री को बीच में ही छोड़ देगा| या बड़ी मुश्किल से इसे पूरा कर पाएगा| इसलिए इंटरेस्ट के बिना एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश नहीं लेना चाहिए|
अगर विद्यार्थी का इंटरेस्ट इस कोर्स में है| और इसे करना ही चाहता हैं| तो उसके लिए इस कोर्स की समयावधि यानी एमबीबीएस करने में कितना समय लगता है ( mbbs kitne saal ka hota hai) के बारे में जरूर जान लेना चाहिए| आगे हम भारत में इस कोर्स की समय अवधि (mbbs Course duration in India) के बारे में विस्तार से बता रहे हैं|
MBBS Course Duration | एमबीबीएस कितने साल का होता है
भारत में एमबीबीएस की समय अवधि (mbbs Course duration in India) कुल 5.5 वर्ष होती है| जिसमें 4.5 वर्ष शिक्षा ग्रहण कराई जाती है| जबकि अंत में 1 वर्ष के लिए इंटर्नशिप करनी जरूरी होती है| इन 5.5 वर्ष के बाद विद्यार्थी को डॉक्टर के रूप में कार्य करने की एमबीबीएस की डिग्री हासिल हो जाती है|
एमबीबीएस कोर्स की समय की तुलना अन्य मेडिकल कोर्स के साथ की जाए| तो BHMS और BAMS में भी 5.5 वर्ष का ही समय लगता है| जबकि BDS कोर्स में 4.5 वर्ष का समय लगता है| जबकि अन्य मेडिकल से संबंधित स्नातक कोर्स में 4 वर्ष या उससे भी कम समय लगता है| समय के हिसाब से बीएचएमएस और बीएएमएस के साथ एमबीबीएस का कोर्स सबसे बड़ा कोर्स है|
इस बड़े कोर्स को करने के लिए खर्च भी अधिक आता है| कोर्स में एडमिशन लेने से पहले बजट को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थी के लिए एमबीबीएस की फीस कितनी है बारे में जानना अति आवश्यक है| MBBS Course information में आगे हम एमबीबीएस की फीस के बारे में जानेंगे|
MBBS Course Fees | एमबीबीएस की फीस कितनी है
भारत में एमबीबीएस कोर्स की फीस ( mbbs Course fees in India ) विभिन्न कॉलेजों में अलग-अलग रकम में ली जाती है| सरकारी कॉलेज में फीस बहुत ही कम होती है| जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यही फीस बहुत ही अधिक मात्रा में भी ली जाती है|
एमबीबीएस कोर्स फीस की कोई एक संख्या बता पाना आसान नहीं है| लेकिन फिर भी अगर औसत की बात की जाए| तो सरकारी कॉलेज में जहां सिर्फ हजारों में प्रति वर्ष के हिसाब से ली जाती है| वही प्राइवेट कॉलेज में यही फीस लाखों में चली जाती है| औसत के अनुसार ₹10000 से लेकर ₹50000 प्रति वर्ष सरकारी कॉलेज की फीस होती है| जबकि प्राइवेट कॉलेज में यही फीस ₹1000000 से लेकर 2500000 रुपए तक चली जाती है|
सरकारी कोटे में एडमिशन प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को सरकार द्वारा सब्सिडी मिलती है| इस सब्सिडी के कारण सरकारी कॉलेज की एमबीबीएस की फीस ( mbbs Course fees in government college ) बहुत कम हो जाती है| इसके बदले में विद्यार्थी को संबंधित राज्य सरकार के साथ कॉन्ट्रैक्ट के रूप में बांड पर हस्ताक्षर करने होते हैं| इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत विद्यार्थी के टीवीएस डिग्री कंप्लीट होने के बाद नियमित अवधि तक सरकार के साथ कार्य करना होता है|
भारत के सभी कॉलेज की फीस का विवरण दे पाना तो आसान नहीं है| लेकिन फिर भी कुछ कॉलेज की फीस का विवरण उदाहरण के तौर पर नीचे दिया गया है|
एमबीबीएस कॉलेज सूची फीस के साथ
कॉलेज का नाम | कॉलेज की फीस |
Hamdard Institute Of Medical Sciences And Research, Delhi | 1200000 |
Smt B. K. Shah Medical Institute And Research Centre, Sumandeep Vidyapeeth | 1595000 |
M.M. Institute Of Medical Sciences And Research, Mullana | 1500000 |
BLDE Deemed University, Bijapur | 1700000 |
Jawaharlal Nehru Medical College, Belagavi | 1524000 |
Kasturba Medical College, Mangalore, Manipal Academy Of Higher Education | 1310000 |
Amrita Institute Of Medical Sciences, Kochi | 1800000 |
Dr. DY Patil Medical College, Mumbai | 2575000 |
MGM Medical College, Navi Mumbai | 200000 |
Sri Lakshmi Narayana Institute Of Medical Sciences, Puducherry | 2150000 |
Meenakshi Medical College And Research Institute, Chennai | 2250000 |
Sri Ramachandra Medical College And Research Institute, Chennai | 2200000 |
RajaRajeswari Medical College, Bengaluru | 2350000 |
यह कुछ उदाहरण के तौर पर भारत के कॉलेज है| जिनका एमबीबीएस के कोर्स की फीस का विवरण दिया गया था|
अब इस चर्चा को आगे बढ़ाते हुए एमबीबीएस कोर्स डिटेल्स इन हिंदी में कैरियर ऑप्शन की बात करते हैं| इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी के पास किस प्रकार के विकल्प मौजूद होते हैं| उनकी जानकारी नीचे दी गई है|
Career Options after MBBS | एमबीबीएस के बाद क्या करें
जैसा कि आप जानते हैं MBBS का कोर्स करने के बाद विद्यार्थी डॉक्टर बन जाता है| डिग्री हासिल करने के बाद विद्यार्थी doctor के रूप में कार्य कर सकता है| चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर के कार्य करने के लिए विभिन्न प्रकार के विकल्प उपलब्ध होते हैं|
MBBS Pass out Student के लिए निजी संस्थाओं के साथ-साथ सरकारी संस्थाओं जैसे कि सरकारी हॉस्पिटल सरकारी चिकित्सा विभाग आदि में विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर होते हैं|
एमबीबीएस करने के बाद जिन विभागों और संस्थाओं में एमबीबीएस पास आउट की मांग होती है| उनमें से कुछ मुख्य संस्थाओं और विभागों के नाम नीचे दिए गए हैं|
- अस्पताल स्वास्थ्य केंद्र
- निजी अस्पताल
- प्रयोगशाला
- फार्मास्युटिकल कंपनियां
- बायोटेक्नोलॉजी कंपनियां
- बायोमेडिकल कंपनियां
- मेडिकल कॉलेज
इनके अलावा और भी बहुत सारी संस्थाएं हैं| जहां पर एमबीबीएस करने के बाद जॉब के लिए अवसर की भरमार रहती है| एमबीबीएस करके डॉक्टर बने विद्यार्थी के लिए जो पद मिलते हैं| उनमें से कुछ मुख्य पद के नाम नीचे दिए गए हैं|
- डॉक्टर
- जूनियर डॉक्टर
- जूनियर सर्जन
- चिकित्सक
- शोधकर्ता
- मनोविज्ञानी
- मनोचिकित्सक
- रेडियोलॉजिस्ट
- मेडिकल प्रोफेसर या लेक्चरर
- वैज्ञानिक
यह सिर्फ कुछ मुख्य जॉब profile थे| जो इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी को प्राप्त होते हैं| इन जॉब के माध्यम से विद्यार्थी अच्छा वेतन हासिल करता है| एमबीबीएस वेतन से संबंधित सारी जानकारी हम आगे दे रहे हैं| एमबीबीएस डॉक्टर की सैलेरी कितनी होती है| इसके बारे में आगे विस्तार से चर्चा की गई है|
MBBS Doctor Salary | एमबीबीएस डॉक्टर की सैलेरी कितनी होती है
MBBS पास आउट छात्र को अगर सरकारी हॉस्पिटल या किसी सरकारी विभाग में नौकरी प्राप्त होती है| तो शुरुआती सैलरी 70000 से ₹100000 प्रति महीना आसानी से मिल जाती है|
विद्यार्थी को प्राइवेट सेक्टर में ₹100000 महीना तक का एमबीबीएस वेतन की नौकरी हासिल करने में ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है।
बहुत सारे विद्यार्थी इस डिग्री के बाद अपना निजी हॉस्पिटल या नर्सिंग होम खोलकर अच्छी कमाई करते हैं| औसत के अनुसार निजी नर्सिंग होम या निजी हॉस्पिटल से डॉक्टर एक से ₹ ढाई लाख प्रति महीना तक आसानी से कमा लेता है।
कई छात्र जो किसी दूसरे देशों में जैसे कि कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका या इंग्लैंड चले जाते हैं, वे वहां पर बहुत अच्छी कमाई कर पाते हैं।
Course after MBBS | एमबीबीएस के बाद कौन सा कोर्स करें
जो विद्यार्थी डिग्री पूरी करने के बाद डॉक्टर के रूप में कार्य नहीं करते हैं | वे किसी विशेष चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए हायर एजुकेशन के लिए जाना चाहते हैं| उन विद्यार्थियों के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं| जिन्हें करके यह विद्यार्थी चिकित्सा के किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं| और एक विशेषज्ञ डॉक्टर बन सकते हैं| MBBS के बाद जो डिग्रियां की जाती हैं| उनमें से कुछ मुख्य डिग्रियां के नाम नीचे दिए गए है|
डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (MD)
मास्टर ऑफ सर्जरी (MS)
पीजी डिप्लोमा (PG )
इस तरह के कोर्स एमबीबीएस कोर्स के बाद किए जा सकते हैं| अब आगे बढ़ते हुए MBBS Course details in Hindi में एमबीबीएस सिलेबस के बारे में जान लेते हैं| यानी एमबीबीएस में कौन-कौन से विषय होते हैं| उसकी जानकारी प्राप्त करते हैं|
MBBS Course Subjects | एमबीबीएस में कौन-कौन से विषय होते हैं
एमबीबीएस कोर्स चिकित्सा के क्षेत्र से संबंधित होता है| इसलिए एमबीबीएस पाठ्यक्रम में सभी विषय चिकित्सा से संबंधित होते हैं| एमबीबीएस पाठ्यक्रम में मानव शरीर की संरचना और मानव शरीर के रोगों पर आधारित विषयों पर ही शिक्षा ग्रहण कराई जाती है|
एमबीबीएस के पाठ्यक्रम को तीन खंडों में विभाजित किया जाता है जो निम्नलिखित है|
Pre-Clinical Phase :- इसमें 1 वर्ष का समय लगता है| जिसे 2 सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है|
Para-Clinical Phase :- इसमें 1.5 वर्ष का समय लगता है | और इसको 3 सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है|
Clinical Phase :- इसमें 2 वर्षों का समय लगता है| और इसे 4 समेस्टर में विभाजित किया जाता है|
इन तीन खंडों में कुल 19 विषयों का अध्ययन कराया जाता है| जिन की सूची निम्न है|
- शरीर रचना
- जीव रसायन
- शरीर क्रिया विज्ञान
- सामुदायिक चिकित्सा
- औषध
- विकृति विज्ञान
- कीटाणु-विज्ञान
- सामुदायिक चिकित्सा
- फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी
- वार्डों में क्लीनिकल पोस्टिंग
- ओपीडी
- ईएनटी
- नेत्र विज्ञान
- मनश्चिकित्सा
- त्वचाविज्ञान और वेनेरोलॉजी
- बच्चों की दवा करने की विद्या
- एनेस्थिसियोलॉजी
- हड्डी रोग
- प्रसूति एवं स्त्री रोग
इन 19 विषयों को विभाजित करके इन तीन खंडों में पढ़ाया जाता है| इस इंफॉर्मेशन के अंत में अब एमबीबीएस के लिए भारत में स्थित कुछ एमबीबीएस टॉप कॉलेज उसके बारे में जान लेते हैं|
MBBS Top College in India | एमबीबीएस के टॉप कॉलेज
मानव शरीर की संरचना और रोग संबंधी सर्वोत्तम जानकारी के लिए एमबीबीएस की डिग्री एक रेपुटेड कॉलेज से करनी आवश्यक है| ज्यादातर सर्वोत्तम कॉलेज में प्रवेश NEET परीक्षा के द्वारा होता है |
विद्यार्थी को चाहिए कि नीट की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सर्वोत्तम कॉलेज में एमबीबीएस की डिग्री के लिए प्रवेश ले|
वैसे तो भारत में बहुत सारे कॉलेज डिग्री के लिए सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं| उनमें से कुछ कॉलेजों की सूची ( Top MBBS College List) नाम के रूप में नीचे दे रहे हैं|
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली
- जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पांडिचेरी
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर
- एसआरएम विश्वविद्यालय, चेन्नई
- मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई
- मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- बीएचयू, वाराणसी
- महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पांडिचेरी
- अन्नामलाई विश्वविद्यालय, चिदंबरम
- दयानंद मेडिकल कॉलेज, लुधियाना
- सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मैंगलोर
- लिवर और पित्त विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली
- जामिया हमदर्द, नई दिल्ली
- एम एस रमैया मेडिकल कॉलेज, बेंगलुरु
- यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस, दिल्ली
- पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
- डॉ. डी वाई पाटिल, पुणे
- कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर
इसके अलावा और भी बहुत से कॉलेज भारत में एमबीबीएस की डिग्री के लिए सर्वोत्तम माने जाते हैं| जहां पर विद्यार्थी प्रवेश लेकर एक अच्छे Doctor बन सकते हैं|
हमारे इस आर्टिकल में आपने एमबीबीएस के कोर्स की हर पहलू के बारे में जानकारी प्राप्त की| जैसे कि एमबीबीएस क्या है, एमबीबीएस वेतन, एमबीबीएस का फुल फॉर्म, एमबीबीएस की सैलरी, एमबीबीएस पाठ्यक्रम इत्यादि जानकारियां प्राप्त की| हमारा यह आर्टिकल अब यहीं पर समाप्त होता है| अगर आपके मन में एमबीबीएस कोर्स से संबंधित कोई प्रश्न रह गया हो| जिसका उत्तर हम इस जानकारी में नहीं दे पाए हैं| कृपा करके वह प्रश्न नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें| हम जल्द से जल्द उस प्रश्न का उत्तर देने की कोशिश करेंगे|
आर्टिकल के अंत में एमबीबीएस कोर्स से संबंधित FAQ के रूप में कुछ प्रश्न उत्तर दिए गए हैं| यह प्रश्न उत्तर एमबीबीएस करने की सोच रखने वाले विद्यार्थी के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं|
FAQ
एमबीबीएस कोर्स कितने वर्ष का होता है?
एमबीबीएस कोर्स में 5.5 वर्ष का समय लगता है| जिसमें से 4.5 वर्ष कोर्स की पढ़ाई करने में लगते हैं और 1 वर्ष इंटर्नशिप में लगता है|
क्या एमबीबीएस के कोर्स को ऑनलाइन किया जा सकता है?
नहीं! एमबीबीएस एक मानव शरीर की संरचना पर आधारित प्रैक्टिकल कोर्स होता है| इस कोर्स के दौरान प्रैक्टिकल्स के माध्यम से मानव शरीर की संरचना और रोग के बारे में समझाया जाता है| जो ऑनलाइन कर पाना असंभव है|
क्या 12वीं में पीसीएम वाले छात्र एमबीबीएस कर सकते हैं?
नहीं! एमबीबीएस करने के लिए 12वीं कक्षा में जीव विज्ञान विषय का होना अनिवार्य है| पीसीएम ग्रुप में भौतिक विज्ञान रसायनिक विज्ञान और गणित के विषय होते हैं| इसलिए जीव विज्ञान के विषय के ना होने के कारण पीसीएम वाले छात्र एमबीबीएस नहीं कर सकते|
क्या एमबीबीएस करने के बाद निजी संस्थान खोला जा सकता है?
जी हां एमबीबीएस के बाद निजी हॉस्पिटल या नर्सिंग होम खोला जा सकता है|
एमबीबीएस की फुल फॉर्म क्या होती है?
एमबीबीएस की फुल फॉर्म Bachelor Of Medicine And Bachelor Of Surgery होती है| जिस का हिंदी में उच्चारण बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी होता है|